कपिल देव के खिलाफ हितों के टकराव की शिकायत पाई गयी 'अप्रासंगिक'

बीसीसीआई के नैतिकता अधिकारी डीके जैन ने रविवार को पुष्टि की कि कपिल के खिलाफ हितों के टकराव की शिकायत उन्होंने 'अप्रासंगिक' पाया हैं

कपिल देव | Getty

पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव द्वारा क्रिकेट से जुड़ी अपनी कई भूमिकाओं को छोड़ने के बाद बीसीसीआई के नैतिकता अधिकारी डीके जैन ने रविवार को बताया की उन्होंने कपिल देव के खिलाफ शिकायत को 'अप्रासंगिक' पाया हैं। जैन, जिनका इस समय बीसीसीआई के साथ एक साल के अनुबंध का अंतिम माह चल रह रहा हैं, ने इससे पहले शांता रंगास्वामी और अंशुमन गायकवाड़ के खिलाफ हितों के टकराव की शिकायतों को भी अप्रसांगिक पाया था, क्योंकि वह पहले ही अपने कई पदों से इस्तीफा दे चुके थे।

"कपिल के खिलाफ शिकायत को अप्रासंगिक पाया गया हैं," जैन ने संवादाताओं से बात करते हुए कहा। कपिल देव, अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी इससे पहले क्रिकेट सलाहकार समिति का हिस्सा थे, जिसका अध्यक्ष कपिल देव को बनाया गया था, लेकिन मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्य संजीव गुप्ता द्वारा हितों के टकराव की शिकायत के बाद इन सभी ने यह पद छोड़ दिया था।

जैन ने रंगास्वामी, गायकवाड़ और कपिल देव को 27 और 28 दिसंबर को मुंबई में एक निजी बैठक के लिए भी बुलाया था लेकिन कपिल निजी कारणों की वजह से वहां उपस्थिति नहीं हो सके। बीसीसीआई के नियमों के अनुसार कोई भी व्यक्ति एक समय पर दो पद पर बना नहीं रह सकता हैं।

 
 

By Raj Kumar - 17 Feb, 2020

    Share Via