ऑस्ट्रेलिया में मिली हार से आहत हुआ पाकिस्तान क्रिकेट का गौरव : अजहर अली

पाकिस्तान को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोनों टेस्ट में मिली हार | Getty

पाकिस्तान के लिए ऑस्ट्रेलिया में खेलना किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में 1995 के बाद से कोई टेस्ट नहीं जीता है और ब्रिस्बेन व एडिलेड में मिली हार के साथ पाकिस्तान की हार का ये सिलसिला 14 तक पहुँच गया है जो एक और अनचाहा विश्वरिकॉर्ड है। लाहौर पहुंचकर बात करते हुए टीम के कप्तान अजहर अली ने कोई बहाना नहीं बनाया और कहा कि इस ख़राब प्रदर्शन से टीम का गौरव आहत हुआ है।

"जिस तरह से हम दोनों टेस्ट हारे, यह बहुत निराशाजनक है। ऑस्ट्रेलिया में मिली इस हार ने हमारे क्रिकेट गौरव को चोट पहुंचाई है और इसे स्वीकार करना कठिन है। हम सभी सही तैयारी और सकारात्मक मानसिकता के साथ वहां गए थे। इसलिए दो बार पारी से हार कतई स्वीकार्य नहीं है और मैं इसके लिए कोई बहाना नहीं दूंगा। हमें नई गेंद से विकेट नहीं मिले, हमने बड़ी साझेदारियां नहीं कीं, हमने अच्छी शुरुआत नहीं की और डेविड वार्नर के खिलाफ हमारी योजना भी ठीक नहीं रही क्योंकि उन्होंने उन्हें अच्छी तरह से काउंटर किया," अजहर ने संवादाताओं से कहा।

पाकिस्तान द्वारा युवा खिलाड़ी नसीम शाह और मुहम्मद मूसा का चयन उन्ही पर भारी पड़ गया और दोनों ही खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ संघर्ष करते नजर आये। डेविड वार्नर ने इस सीरीज में दो शतक जमाये, जिसमे एडिलेड में खेली गयी 335 रनों की विशाली पारी भी शामिल है। वहीं मार्नस लाबुशाने ने भी दोनों बार शतकीय पारियां खेली। अजहर ने युवाओं के चयन का बचाव किया लेकिन कहा कि पाकिस्तान, एशेज के बाद वॉर्नर की खराब फॉर्म जारी रखने में नाकाम रहा।

"हमने टेस्ट के लिए एक युवा तेज गेंदबाजी आक्रमण उठाया था और हमने पहले टेस्ट में पहले बल्लेबाजी की थी और मुझे लगता है कि हमने अपना इरादा दिखाया था कि हम सकारात्मक क्रिकेट खेलना चाहते थे। सच्चाई यह है कि हम दोनों टेस्ट में बराबरी करने की कोशिश कर रहे थे और एक बार जब आप ऑस्ट्रेलिया में पीछे हो जाते हैं तो टेस्ट में पकड़ बनाना बहुत मुश्किल होता है। उन्होंने विकेट नहीं लिए लेकिन दुनिया उनके बारे में बात कर रही है और उनका आगे शानदार भविष्य है।"

कप्तानी पर बात करते हुए अजहर ने कहा कि उन्हें बर्खास्त होने के बारे में डर है। "मैंने बहुत सोच-विचार के बाद कप्तानी स्वीकार की थी और मुझे पता है कि मुझे क्या चाहिए। मैं अभी किसी दबाव में नहीं हूं और न ही इस बारे में सोच रहा हूं कि क्या होगा या कप्तानी गंवाने के बारे में। लेकिन यह सच है कि आप चाहे कप्तान हो या खिलाड़ी, अगर आप प्रदर्शन नहीं करते हैं तो आप टीम में होने की उम्मीद नहीं कर सकते। हमें एक दूसरे पर भरोसा करने की जरूरत है। मैं कप्तान के रूप में बर्खास्त किए जाने को लेकर डरा हुआ नहीं हूं। मैं इसे नियंत्रित नहीं कर सकता, मैं केवल हमारे प्रदर्शन को नियंत्रित कर सकता हूं। हमें अपनी टीम में इस डर को समाप्त करने की आवश्यकता है," अजहर ने कहा।

 
 

By Raj Kumar - 07 Dec, 2019

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