टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले सभी खिलाड़ी अपना अधिकतर समय दिन में मैदान पर ही बिताते है और इतने लम्बे मैच के दौरान थकान होना भी आम सी बात है। ऐसे में एक खिलाड़ी का इसके लिए पूरी तरह फिट होना बहुत आवश्यक है, और यही चीज भारतीय टीम ने पिछले कुछ सालों में दिखाई भी है जिसकी वजह से आज वह टेस्ट की नंबर टीम बनी हुई है।
इसमें सबसे बड़ा योगदान भारतीय कप्तान विराट कोहली का ही रहा है, जिन्होंने खुद के साथ ही टीम का भी फिटनेस के प्रति नजरिया बदल दिया। कोहली खुद को फिट रखने के लिए एक कड़ी डायट का पालन करते है और कुछ समय पहले उन्होंने यह भी खुलासा किया कि साल 2016 में उन्होंने हमेशा के लिए शाकाहार को क्यों अपना लिया।
"पिछले कुछ सालों से में एक शाकाहारी हूँ, लेकिन इससे पहले में मांस का सेवन किया करता था और वही मेरे शरीर के लिए सही भी था। साल 2016 में जब हमने टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया था, इससे पहले हमने लगभग 5-6 महीने तक टी-20 क्रिकेट ही खेला था और इस दौरान मैंने लिफ्ट करना शुरू किया जिसके लिए मुझे लाल मांस खाना पड़ा। इस दौरान में काफी ज्यादा लाल मांस खाने लगा था," विराट ने कहा।
इन कुछ सालों के दौरान टीम के फिटनेस कोच शंकर बसु थे और अपनी और टीम की फिटनेस का काफी क्रेडिट कोहली उन्ही को देते है।
"में टेस्ट क्रिकेट में काफी अच्छा खिलाड़ी बन गया था और ऐसे में मुझे फैट बढ़ने की जरुरत थी और इसके लिए मुझे अधिक कार्ब्स की जरुरत थी। ऐसे में शंकर बसु ने मेरी मदद की और मुझे बताया कि मुझे कब क्या करना चाहिए, और क्या खाना चाहिए। उनके जरिये ही मैंने खुदको समझना भी शुरू किया," विराट ने आगे कहा।
विराट कोहली की कप्तानी में हाल ही में भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज की है, जिसके चलते भारतीय टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में पहले स्थान पर बनी हुई है।