हर देश की महिला टीम है फिर भी क्रिकेट को जेंटलमैन का गेम कहा जाता है: स्मृति मंधाना

स्मृति मंधाना | IANSभारतीय महिला क्रिकेट टीम की उप-कप्तान स्मृति मंधाना, भारत में महिला क्रिकेट के लिए एक बड़ी मिसाल रही हैं| 22 वर्षीय स्मृति मंधाना ने आज पुरुष प्रधान समाज में खुदको एक ऊँचे मुकाम पर स्थापित कर लिया है, मंधाना क्रिकेट को सिर्फ एक खेल की तरह देखती है और इस बात से अभी भी थोड़ी निराश रहती है की दुनिया अभी भी अपनी रुढियों से बाहर नहीं आई है|

"मैं भाग्यशाली हूं कि मैं एक ऐसे परिवार से आती हूं जो कभी भी एक लड़के और लड़की के बीच अंतर नहीं करता है। मुझे अपनी पूरी जिंदगी चुनने की आजादी थी और मुझे अपने परिवार का समर्थन मिला। हालाँकि, जब आप दुनिया में कदम रखते हैं तो यह बहुत अलग लगता है।"

"महिलाओं का जीवन एक निर्धारित पैटर्न में ही बीतता है लेकिन में उसमे से किसी में भी फिट नहीं बैठती हूँ क्योकि मैंने खेल को चुना है, जो अब भी हर देश की महिला टीम होने के बाद जेंटलमैन का खेल कहा जाता है," मंधाना ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा|

"जहाँ में फील्डिंग कर रही होती हूँ मेरे जेंडर के बारे में बात होती है और खेल के प्रति मेरे प्रतिबद्ध होने को भी जेंडर से जोड़ा जाता है। मैं अपने आप को सिर्फ एक क्रिकेटर के तौर पर देखती हूँ। यहाँ ये लेबल क्यों है जबकि इनकी जरुरत ही नहीं है," मंधाना ने कहा|

 
 

By Raj Kumar - 14 Sep, 2019

    Share Via