सुनील गावस्कर ने किया उस घटना का खुलासा जब उनके और कपिल देव के बीच दरार की बात फैली थी

कपिल देव और सुनील गावस्कर | GETTY

भारतीय क्रिकेट इस समय निरंतरता के ऐसे स्तर पर पहुँच गया है जिसे क्रिकेट के सभी फॉर्मेट के सर्वश्रेष्ठ में से एक कहा जा सकता है| लेकिन ऐसा 60 और 70 के दशक में बिलकुल नहीं था, यहाँ टीम को अन्य बड़ी टीमों के साथ खेलने के लिए कई बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ता था| दो लोग जिन्होंने 1980 के बाद असल में भारतीय क्रिकेट की सूरत ही बदल दी वो दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर और दिग्गज आलराउंडर कपिल देव|

दोनों ही क्रिकेटर टेस्ट क्रिकेट के बड़े खिलाड़ी बने और भारतीय टीम के कप्तान के तौर पर कामयाबी हासिल की| 1983 में विश्वकप जीतने और बहुत सारी सफलता हासिल करने के बाद भी 80 का दशक भारतीय टीम के लिए बेहद अस्थिर था| क्रिकेट के मैदान पर इस समय पहले से ही कई शानदार खिलाड़ी मौजूद थे लेकिन कपिल और गावस्कर ने अपनी प्रतिभा के साथ सबका नेतृत्व किया लेकिन इस दौरान मीडिया में दोनों के बीच दरार की खबरे आना भी लाजिमी था|

हालाँकि सुनील गावस्कर ने बताया की इन कहानियों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है और उन्होंने उनके और कपिल देव के बीच हुई बातों का भी खुलासा किया|

गावस्कर ने विवाद बढ़ाने वाली मीडिया की ख़बरो को देखकर लिखा "जब 1984-85 में भारत और डेविड गुवर की इंग्लिश टीम के साथ भारत का सामना कलकत्ता में तह तो कपिल को एक टेस्ट के लिए बाहर किया गया था, लेकिन इसका जिम्मेदार लगातार मुझे बनाया जा रहा था। लेकिन सच्चाई ये है की वो मैं नहीं था जिसने दिवंगत हनुमंत सिंह को कहकर उन्हें टीम से बाहर करवाया था, जो उस समय चयन समिति का हिस्सा थे, एक लेख में उन्होंने एक साल बाद लिखा था।"

इस बात की व्याख्या करते हुए कि क्यों कपिल को बाहर करने का निर्णय उनका नहीं था गावस्कर ने लिखा कि "आलराउंडर कपिल देव एक मैच विनर थे और कभी भी मैच का रुख अपनी टीम की और कर सकते थे| ऐसे में एक कप्तान के तौर पर इस बात का कोई मतलब नहीं बनता की में एक ऐसे खिलाड़ी को बाहर करूँ|"

 
 

By Raj Kumar - 09 Aug, 2019

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