"मैं सिर्फ इसलिए संन्यास नहीं लूँगा क्योंकि चयनकर्ताओं ने मुझे नहीं चुना" : मनोज तिवारी

मनोज तिवारी | getty

मनोज तिवारी उन क्रिकेटरों में है जिनका किस्मत और फिटनेस ने साथ तब छोड़ दिया जब उन्हें उसकी सबसे ज्यादा जरुरत थी| 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के बाद मनोज तिवारी भारतीय टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा बनने की और थे| उन्होंने रन बनाए, विकेट लिए और ऐसे खिलाड़ी बने जिसकी तलाश भारतीय टीम कर रही है|

तिवारी ने भारतीय टीम के लिए अपना डेब्यू 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन में किया था और ब्रेट ली द्वारा सिर्फ 2 रन पर बोल्ड कर दिए गए थे| इन्होने भारत के लिए सिर्फ 12 वनडे खेले है और 3 टी20, जिसमे से अंतिम अंतर्राष्ट्रीय मैच 2015 में ज़िम्बाब्वे टूर पर खेला था| इसके बाद से तिवारी लगातार आईपीएल का हिस्सा था लेकिन 2019 में उन्हें किसी भी टीम ने नहीं खरीदा|

बंगाल रणजी टीम के कप्तान ट्विटर पर लगातार एक्टिव है जहाँ उनहोंने चयनकर्ताओं से पूछा था की वो अपने नीली जर्सी में खेलने के सपने को पूरा करने के लिए और क्या कर सकते है| उनके अनुसार उन्होंने घरेलू क्रिकेट में बहुत सारे रन बनाए है लेकिन फिर भी चयनकर्ताओं द्वारा उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है|

हाल ही में उनका नाम दलीप ट्रॉफी में शामिल न होने के बाद उन्होंने कुछ ट्वीट किये| उन्होंने लिखा "जबसे 2018-19 के लिए दलीप ट्रॉफी की टीम है, मुझे मेरा नाम किसी में भी नजर नहीं आ रहा है। मुझे चयनकर्ताओं से ये जानना है की, मेरे जैसे खिलाड़ी के लिए दलीप ट्रॉफी टीम या भारतीय टीम में वापिस आने के लिए क्या मानदंड है।"

उन्होंने ये भी कहा की सिर्फ इस कारण से क्योंकि मुझे टीम में नहीं लिया गया में संन्यास नहीं लूँगा| मेरा करियर इस बात पर निर्भर नहीं करता की मैंने कितने मैच अपने देश के लिए खेले है|

 
 

By Raj Kumar - 08 Aug, 2019

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