भारत के तीसरी बार विश्वकप जीतने के ख्वाब में इस बार रोहित शर्मा की एक अहम भूमिका रहने वाली है| रोहित शर्मा, शिखर धवन और रोहित शर्मा के साथ विश्व का सर्वश्रेष्ठ टॉप ऑर्डर बनाते है| कप्तान कोहली के लिए ये तीसरा विश्वकप है जब वो टीम को विश्वकप जीताना चाहते है, इससे पहले वो 2011 की विश्वकप टीम में शामिल रह चुके है| लेकिन रोहित शर्मा के लिए विश्वकप की ट्रॉफी उठाने का सपना अभी भी उनके लिए सबसे ऊपर है|
साल 2007 में डेब्यू करने के बाद कुछ समय तक खराब प्रदर्शन के कारण रोहित को साल 2011 की विश्वकप टीम में नहीं चुना गया था| हालाँकि इसके बाद उन्हें साल 2015 की विश्वकप टीम में शामिल किया गया लेकिन सेमीफाइनल में ही भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा और रोहित के लिए विश्वकप ट्रॉफी उठाने का सपना एक बार फिर सपना ही रह गया|
इस बात को बताते हुए की इंग्लैंड में हो रहा ये विश्वकप उनका अंतिम विश्वकप हो सकता है, रोहित शर्मा ने बताया कि साल 2011 की विश्वकप टीम का हिस्सा न होना उन्हें अभी भी खटकता है|
उन्होंने कहा कि "यह परम सपना है। कोई भी बच्चा जब बड़ा होता है तो वो उस क्षेत्र में सपने देखना शुरू कर देता है जिसे वो चाहता है। एक क्रिकेटर की तरह बड़े होते हुए, विश्वकप खेलने की इच्छा, उस टीम का हिस्सा बनना, उसे जीतना -- यह उस कहानी की तरह है जिसका हर युवा सपना देखते हुए बड़ा होता है। मेरा भी ऐसा ही कुछ सपना रहा है।"