CWC 2019 : 'टीम को मुझ पर विश्वास है और मैं इस चुनौती के लिए पूर्ण रूप से तैयार हूँ' - विजय शंकर

विजय शंकर | Getty

आलराउंडर विजय शंकर को इस साल विश्वकप में भारत के नंबर 4 बल्लेबाज के तौर पर चुना गया है जो पिछले कुछ समय में बेहद चर्चा का विषय भी रहा है| कई पूर्व क्रिकेटरों और क्रिकेट पंडितों का मानना था की ऋषभ पंत या अंबाती रायडू इस स्थान के लिए बेहतर विकल्प थे| लेकिन चयनकर्ताओं को लगा की विजय शंकर इस स्थान पर बिल्कुल फिट बैठते है|

दिलचस्प रूप से आलोचनाओं और विजय शंकर का पुराना इतिहास रहा है| देश के अधिकतर क्रिकेट प्रशंशक अभी भी निदाहस ट्रॉफी के फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ विजय शंकर की गेंदबाजी नहीं भूल पाए है, और उसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर जो आलोचनाएं मिली वो भी| हालाँकि भारत इस मैच को जीत गया था लेकिन मीडिया और फैंस द्वारा कई बार विजय शंकर को उनके इस प्रदर्शन की याद दिला दी जाती है|

आईएएनएस से बात करते हुए विजय शंकर ने कहा कि ये जीवन का एक अध्याय था जिसने उसे और भी मजबूत बनाया जिसे अब पता है की क्रिकेट के उस लम्हे का लुत्फ़ कैसे उठाया जाता है और क्रिकेट के मैदान पर खुद पर दबाव कैसे बनाया जाता है| उन्होंने ये भी कहा की अधिकतर को ये पता ही नहीं है की एक भारतीय खिलाड़ी के तौर पर ये पहला मौका था जो वो बल्लेबाजी कर रहे थे|

विजय शंकर ने कहा कि "में ये जरुर कहूँगा की निदाहस ट्रॉफी, एक क्रिकेटर के तौर पर लाइफ को बदल देने वाला अनुभव था। इसे अब लगभग एक साल बीत चूका है और सबको पता है की क्या हुआ था और वो कितना मुश्किल था।"

पिछले कुछ समय में काफी चर्चा का विषय रहे विश्वकप में मिले मौके के बारे में बात करते हुए विजय शंकर ने कहा की वो अपने आस पास होने वाली इन बातों से विचलित नहीं होते है और इनके तनाव से बचना भी उन्होंने सीख लिया है| उनके लिए यहाँ टीम प्रबंधन अधिक मायने रखता है|

उन्होंने कहा कि "न्यूजीलैंड के अन्दर तीसरे स्थान पर बल्लेबाजी करते हुए मैंने अच्छे रन बनाए थे। सबसे महत्वपूर्ण चीज ये है की टीम प्रबंधन ने मुझ पर विश्वास जताया है और उन्हें लगता है की में ये कर सकता हूँ। जिसकी वजह से आपको अधिक प्रेरणा मिलती है। टीम की जरूरतें पहला काम है और इसके लिए में किसी भी स्थिति में जाने को तैयार हूँ।"

 
 

By Raj Kumar - 15 May, 2019

    Share Via