तेज गेंदबाज विक्रम राजवीर सिंह ने अंतर्राष्टीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है|
5 टेस्ट और दो वनडे मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले वीआरवी सिंह ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है| साल 2006 में भारत के लिए वनडे में डेब्यू करने वाले वीआरवी ने आखिरी बार साल 2007 में बांग्लादेश दौरे में टेस्ट मैच खेला था|
इंग्लैंड के खिलाफ जमशेदपुर में वनडे में डेब्यू करने वाले वीआरवी पहले मैच में 5 ओवर की गेंदबाजी करने के बाद एक भी विकेट नहीं ले पाए थे| अपने दूसरे वनडे मुकाबले में भी वह विकेट लेने में असफल रहे थे| इसके बाद उन्हें भारत के लिए वनडे मुकाबला खेलने का मौका नहीं दिया गया|
स्पोर्टस्टार की रिपोर्ट के अनुसार से वीआरवी ने कहा हैं कि, ”मैं राज्य और देश का प्रतिनिधित्व करने का अवसर देने के लिए बीसीसीआई और पीसीए का आभारी हूँ| मैंने अपनी यात्रा का आनंद लिया और बहुत बेहतर कर सकता था, लेकिन पीठ की चोट ने मुझे इतने लंबे समय तक परेशान किया|"
“मैं इसके लिए किसी को दोष नहीं दे सकता हूँ| मैंने अपनी चोट के झटके से उबरने की पूरी कोशिश की| मैंने अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत की, लेकिन किसी तरह चोट ने ठीक नहीं हो पाया| मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूँ कि उन्होंने भारत के लिए मुझे खेलने का मौका दिया और ड्रेसिंग रूम को खेल के कुछ महान खिलाड़ियों के साथ साझा किया|"
उन्होंने आगे कहा हैं कि, "मैं एक कोच के रूप में खेल में शामिल होना चाहता हूँ| मैंने सबक सीखा है जिसे मैं युवाओं के साथ साझा करना चाहूंगा|"