पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के प्रबंध निदेशक वसीम खान का भारत को क्रिकेट पिच पर पाकिस्तान की भूमिका निभाने की आवश्यकता के बारे में दिया बयान भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को कुछ खास पसंद नहीं आया|
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय बोर्ड ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि द्विपक्षीय संबंधों को फिर से शुरू करने से पहले दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव को रोकने की जरूरत है|
उन्होंने कहा हैं कि, “एक बार जब परिस्थितियां सही हो जाती हैं, तो किसी को भी क्रिकेट संबंधों को फिर से शुरू करने में कोई समस्या नहीं होगी, लेकिन ऐसा होने में समय लगेगा| पीसीबी के चेयरमैन एहसान मनी उनके पिछले दो पूर्ववर्तियों शहरयार खान और नजम सेठी से बहुत अलग हैं| लेकिन यहाँ तक कि मनी भी तथ्यों और परिस्थितियों से विवश है| यह दोनों देशों के बीच राजनीतिक संबंधों और शत्रुता की समाप्ति पर निर्भर करता हैं|"
जिसके बाद वसीम ने भारत-पाकिस्तान संबंधों पर बात करते हुए कहा हैं कि, “हम उन्हें हमसे खेलने के लिए कहते रहते हैं, लेकिन एक ऐसी स्थिति कड़ी हैं जहाँ वे हमें खेलने के लिए कहते हैं| मुझे लगता है कि हमें ऐसा करने की जरूरत है| यह दुखद है कि हम उनके खिलाफ नहीं खेल रहे हैं लेकिन जीवन जारी है| हमें आगे बढ़ने की जरूरत है| हम भारत के साथ खेलने के लिए हमेशा इंतजार नहीं कर सकते| हमारा ध्यान पाकिस्तान क्रिकेट को विकसित करने और हमारी टीम और खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत सफलता दिलाना है|"
वसीम के इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, एक अन्य बीसीसीआई अधिकारी ने कहा हैं कि वसीम को द्विपक्षीय संबंधों के बारे में बात करने से पहले पीसीबी की स्थिति पर फिर से विचार करने की जरूरत है|
उन्होंने कहा हैं कि, “वसीम खान को यह समझने की जरूरत है कि उन्हें पहले अपनी स्थिरता पर ध्यान देना चाहिए| जैसा कि उनके स्वयं के पीएम ने कहा हैं कि, पाकिस्तान में बड़े पदों पर बैठे छोटे लोग हैं और इस तरह के बयानों से इस तरह के लक्षण से मुक्ति मिलती है|"