भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने शुक्रवार को मेलबर्न में तीसरे और अंतिम एकदिवसीय मैच में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के चारों ओर एक जाल बिछाते हुए मेजबान टीम को 42 रन देते हुए 6 विकेट लेते हुए ऑस्ट्रेलियाई को 230 रनो पर ही सीमित कर दिया था|
हरियाणा के इस गेंदबाज के लिए यह पहला अंतरराष्ट्रीय खेल था, जब उन्हें विंडीज में भारतीय टीम में शामिल किया गया था| 42 रनो में 6 विकेट लेना, एक भारतीय गेंदबाज के लिए संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ हैं और 50 ओवर के प्रारूप में ऑस्ट्रेलियाई धरती पर एक स्पिनर द्वारा यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है|
पिछले साल फरवरी में सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 5 या 22 के बाद यह चहल का दूसरा वनडे था| यह उस सीरीज में था जब कुलदीप यादव के साथ उनकी घातक गेंदबाजी साझेदारी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई थी| चहल ने ऑस्ट्रेलिया में एकदिवसीय पारी में सबसे सफल भारतीय स्पिनर के रूप में वर्तमान कोच रवि शास्त्री से भी बेहतर रिकॉर्ड बनाया| शास्त्री ने 1991 में पर्थ के WACA ग्राउंड में ऑस्ट्रेलियाई टीम को 15 रन देते हुए 5 विकेट लिए थे|
ईएसपीएनक्रिकइंफो के साथ एक सवाल-जवाब के सेशन में 28 वर्षीय गेंदबाज ने कुछ अज्ञात तथ्यों का खुलासा किया| जिसमे से जब साक्षात्कारकर्ता ने चहल से टीम में उनके उपनाम के बारे में पूछा तो, चहल ने कहा कि बहुत कुछ हैं| उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा हैं कि, "बहुत है, जैसे युज़ी, माही भाई (एमएस धोनी) मुझे तिली (माचिस) कहते हैं|"