बंगाल के मेंटर अरुण लाल ने रणजी ट्रॉफी के प्रारूप को दोषयुक्त बताया

बंगाल के मेंटर अरुण लाल | Facebook

बंगाल के मेंटर अरुण लाल का कहना हैं कि रणजी ट्रॉफी का प्रारूप दोषयुक्त है|

चूकि बंगाल क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सका है, यह उल्लेख करना होगा कि लाल सीजन के माध्यम से टीम के सबसे मुखर आलोचक रहे हैं|

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार लाल ने कहा हैं कि, "यह एक छह-पॉइंट-प्रति-गेम प्रतियोगिता है और इसलिए कुछ दर्जन मैचों का फैसला तीन दिनों में किया गया है, जिसमें 35 और 100 टीमों के लिए बाहर हो रहे हैं| मिट्टी की स्थिति के कारण, हम रैंक टर्नर तैयार नहीं कर सकते हैं|"

उन्होंने कहा कि, "तो, कुछ टीमें ऐसे विकेट बना रही हैं जो कबड्डी के 'अखाड़ों' (गड्ढों) जैसी नज़र आती हैं और हम ऐसा नहीं कर सकते हैं| यह मौका नहीं मिलने वाली टीमों के लिए अनुचित है| इसलिए, कुछ टीमों को 30, 32 अंक मिल रहे हैं और हम ऐसा नहीं कर सकते हैं|"

लाला ने कहा हैं कि, "मुझे लगता है कि इस ढांचे के भीतर, एक सटीक जीत को पांच अंक लाने चाहिए, न कि छह और बोनस अंक की कोई प्रणाली होनी चाहिए| या फिर इसे पांच दिवसीय क्रिकेट बनाओ क्योंकि तब एक टीम का असली मूल्य सामने आता है|"

लाल ने लगातार दूसरे गेम के लिए आखिरी विकेट लेने में बंगाल की असमर्थता की आलोचना करते हुए कहा कि ऐसा लग रहा था कि "उनके पास मैदान में कमी है|" और उन्होंने कहा कि एक सीजन में केवल पांच शतक ही बनाये, उनमें से तीन ईश्वरन ने बनाये, जो कि पर्याप्त नहीं थे| 

उन्होंने कहा कि बंगाल इस मामले में रणजी ट्रॉफी में जाने के लिए कच्चा था| लाल ने कहा कि, "हम भी उतने फिट नहीं थे जितना कि हमें होना चाहिए था|"

 
 

By Pooja Soni - 10 Jan, 2019

    Share Via