कपिल देव ने डायना एडुलजी पर निशाना साधते हुए कहा महिला क्रिकेट के विकास में व्यक्तिगत अहम को रोड़ा नहीं बनना चाहिए

कपिल देव | Getty

बीसीसीआई मे चल रही राजनीति और गर्मागर्मी के माहौल में अब पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव भी शामिल हो गए हैं|

शुक्रवार को कपिल देव ने बीसीसीआई की प्रशासकों की समिति (सीओए) की सदस्य डायना एडुलजी के भारतीय महिला टीम के कोच के तौर पर डब्ल्यू वी रमन की नियुक्ति रोकने के प्रयास पर अपनी निराशा जाहिर की हैं|

दरअसल कपिल देव की अध्यक्षता वाली समिति ने भारतीय महिला टीम के कोच पद के लिये भारत को विश्व कप दिलाने वाले पूर्व कोच गैरी कर्स्टन और वेंकटेश प्रसाद सहित और भी कईयों के साक्षात्कार लेने के बाद पूर्व सलामी बल्लेबाज रमन का चुनाव किया था| इस समिति में कपिल के अलावा एस रंगास्वामी और अंशुमन गायकवाड़ भी शामिल हुए थे|

लेकिन इडुल्जी ने बार-बार नियुक्ति की प्रक्रिया पर सवाल उठाये जाने और इस प्रक्रिया को अवैध करार देते हुए वे इससे सहमत नहीं हुई थी| साथ ही उन्होंने सीओए प्रमुख विनोद राय की मंजूरी से पहले रमन के नियुक्ति पत्र को रोकने की भी कोशिश की थी|

जिसके बाद पूर्व भारतीय कप्तान ने इडुल्जी का नाम लिये बिना पीटीआई से बात करते हुए कहा हैं कि, "जो कुछ भी हो रहा है, मैं उससे काफी परेशान हूँ| मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता हूँ, लेकिन किसी एक व्यक्ति के अहम को देश में महिला क्रिकेट के विकास में अवरोध नहीं बनना चाहिए| कुछ लोगो की अपनी पसंद और नापंसद होती हैं, लेकिन यह सब राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम के हित से ऊपर नहीं हो सकता हैं|"

उनका कहना हैं कि महिला टीम के लिये इतने बड़े नाम काम करना चाहते हैं जो काफी सकारात्मक संकेत हैं|

उन्होंने कहा कि, "देखिये जिन लोगो ने आवेदन किया था, गैरी कर्स्टन ने भारत की कोचिंग की, जहाँ भारत ने विश्व कप जीता था| वेंकटेश प्रसाद जो भारतीय पुरूष टीम के गेंदबाजी कोच रह चुके हैं, रमन के तकनीकी ज्ञान से सभी भली-भाँती परिचित हैं| अगर किसी को इन नामों से दिक्कत है तो वह भारतीय क्रिकेट के हित के बारे में नहीं सोच रहा हैं|"

कपिल का मानना हैं कि मिताली राज और हरमनप्रीत कौर जैसे खिलाड़ियों ने खेल की प्रोफ़ाइल को इस स्तर तक बढ़ा दिया है कि यहां तक ​​कि उनके जैसे लोग भी इस खेल में अपना योगदान करना चाहते हैं| उन्होंने कहा हैं कि, “बस मुझे ये बताइए कि कम से कम 10 साल पहले महिला क्रिकेट कहाँ था? इसकी प्रोफाइल को किसने लाया हैं? यह मिताली और हरमन जैसे खिलाड़ी ही हैं, जिन्होंने इसे ऐसे स्तर पर पहुँचाया है कि मेरे जैसा कोई व्यक्ति, जो एक दशक पहले ये नहीं जनता था, कि क्या हो रहा था, उसमें   अपना योगदान करना चाहता हैं|"

कपिल ने कहा कि, "एक बात बताइये| मैं, अंशु और शांता, हम सभी की अन्य प्रतिबद्धताएँ भी हैं| जब हमसे संपर्क किया गया, तो हम सहमत हो गए, क्योंकि हम सभी ने सोचा था कि हम एक अंतर बनाने में सक्षम होंगे| क्या विवाद और वर्षों से जो विकास हुआ है, क्या उसे उभारना उचित है?"

 
 

By Pooja Soni - 05 Jan, 2019

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