रमेश पॉवर ने कहा कि मिताली राज़ के लिए उनकी तरफ से कोई बुरी भावना नहीं है

रमेश पॉवर | twitter

पूर्व भारतीय खिलाड़ी रमेश पॉवर ने बुधवार को भारतीय महिला टीम के मुख्य कोच के लिए फिर से आवेर्दन करने के बाद कहा हैं कि उन्होंने अनुभवी मिताली राज के साथ कोई संचार माध्यम बंद नहीं किया है|

क्रिकेटनेक्स्ट के साथ किये एक साक्षात्कार में पॉवर ने कहा हैं कि वह अपने अनुबंध के गैर-नवीनीकरण के बावजूद भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों के साथ संपर्क में हैं| पॉवर ने कहा हैं कि, "मैंने मिताली के साथ कोई संचार माध्यम बंद नहीं किया है| उस मामले के लिए, मैं एकता (बिष्ट), मानसी (जोशी) या यहाँ तक ​​कि टीम की सबसे कम उम्र की सदस्य जेमीमा (रॉड्रिग्स) सहित टीम के सभी सदस्यों से बात कर रहा हूँ| मेरी तरफ से मिताली के लिए बिल्कुल भी बुरा स्वाभाव नहीं है|"
 
बीसीसीआई ने पॉवर और मिताली के विवादित मामले के परिणामस्वरूप विश्व T20 के बाद अंतरिम कोच पॉवर के अनुबंध को नवीनीकृत नहीं करने का फैसला लिया था|

विश्व T20 में इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल के लिए मिताली के बहिष्कार से ये विवाद उत्पन्न हुआ था, जिसमे भारत को हार का सामना करना पड़ा था| आईसीसी कार्यक्रम में भारतीय टीम से बाहर किये जाने के बाद, मिताली ने बीसीसीआई को एक पत्र लिखा था कि पोवार उन्हें "ख़त्म और अपमानित" करना चाहते थे|

जिसके बाद पॉवर ने बीसीसीआई को पत्र लिखते हुए यह दावा किया था कि अगर मिताली को पारी की शुरुआत करने की अनुमति नहीं दी जाती, तो उन्होंने विश्व T20 के दौरान मध्य में ही संन्यास लेने की धमकी दी थी| साथ इन दोनों के ही पत्र मीडिया में लीक कर दिए गए थे|
 
हालांकि, पॉवर चल रहे संघर्ष से निराश हैं और कहा हैं कि उन्होंने कोच पद के लिए फिर से आवेदन करने का फैसला लिया, क्योंकि वह हरमनप्रीत और मंधाना को निराश नहीं करना चाहते थे| 

पॉवर ने कहा हैं कि, "मैं सीओए की राजनीति के बारे में चिंतित नहीं रह सकता हूँ| मुझे उस एक सदस्य के बारे में पता है जो मेरा समर्थन कर रहा है, जबकि दूसरा नहीं कर रहा है| मैं केवल भारतीय टीम की सेवा करने का प्रयास कर सकता हूँ और स्मृति मंधाना और हरमनप्रीत कोर का खुले तौर पर राय के साथ बैठक में मुझे समर्थन देने के बाद, आवेदन करना मेरा कर्तव्य था|"

 
 

By Pooja Soni - 12 Dec, 2018

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