एमएस धोनी की 2012 सीबी श्रृंखला में चयन नीति की आलोचना करने पर गौतम गंभीर पर भड़के फैंस

गौतम गंभीर  | AFP

पिछले हफ्ते ही क्रिकेट के सभी प्रारूपों से सेवानिवृत्त होने वाले गौतम गंभीर ने शनिवार को 2012 सीबी श्रृंखला में पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी की चयन नीति की आलोचना की थी|

और उनके इस कदम से पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज की आलोचना हो रही हैं| ट्विटर पर लोग, जिनमे निश्चित रूप से धोनी के प्रशंसक हैं, गंभीर की इन बातो को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं|

गंभीर ने खुलासा किया था कि धोनी ने 2012 में ऑस्ट्रेलिया में हुए कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज के दौरान सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और उन्हें एक साथ टीम में नहीं खिलाने का फैसला किया था, क्योकि उन्हें 2015 वनडे विश्व कप के लिए टीम तैयार करनी थी|

इंडिया टुडे के साथ हुए एक साक्षात्कार में गंभीर ने बताया था कि 2015 में खेले जाने वाले विश्व कप से तीन साल पहले 2012 में ही टीम तैयार करने का धोनी का ये फैसला मेरे लिए एक बड़े झटके की तरह था|

भारत के लिए 58 टेस्ट, 147 वनडे और 37 T20 आई मैच खेलने वाले गंभीर ने कहा था कि, "ट्राई सीरीज में धौनी ने कहा था कि वह हम तीनों (सचिन, सहवाग, गंभीर) को एक साथ नहीं खिला सकते हैं, क्योंकि उन्हें 2015 वनडे विश्व कप के लिए टीम तैयार करनी है| यह मेरे लिए एक बड़ा झटका था, मुझे लगता है कि मेरी जगह किसी भी क्रिकेटर के लिए यह बड़ा झटका होता| आप 2015 में खेले जाने वाले विश्व कप से तीन साल पहले मतलब कि 2012 में ही टीम तैयार करने की योजना में नहीं लग सकते हैं| मेरा हमेशा से मानना रहा है कि अगर आप लगातार रन बना रहें हैं तो उम्र केवल एक नंबर है|"

उन्होंने आगे कहा कि, "सबसे पहले आपने फैसला किया कि आप तीनों को एक साथ नहीं खिलाएंगे, फिर आपने फैसला किया कि आप तीनों को एक साथ खिलाएंगे| या तो आपका मूल निर्णय गलत था, या फिर आपका दूसरा निर्णय गलत था| उन्होंने एक एक कप्तान के रूप में यह निर्णय लिया और हम तीनों के लिए यह एक झटका था|"

 
 

By Pooja Soni - 10 Dec, 2018

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