ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज शॉन मार्श ने एडिलेड टेस्ट के दूसरे दिन एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया है, जिसे वे कभी भी याद नहीं करना चाहेंगे|
मार्श टीम इंडिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन 2 रन बनाकर मैदान से बहार हो गए और 130 साल बाद लगातार छह पारियों में दहाई का आंकड़ा ना पार करने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज भी बन गए हैं|
पिछली छह टेस्ट पारियों में उनका स्कोर 7, 7, 0, 3, 4, 2 ही रहा है| एडिलेड टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में रविचंद्रन अश्विन ने दूसरे सेशन के पहले ही ओवर में मार्श को आउट कर दिया था| ओवर की आखिरी गेंद पर अश्विन ने हॉफ वॉली गेंद कराई, जिसे मार्श थोड़ा पहले ही खेलने के लिए आगे बढ़े और गेंद अंदरूनी किनारे से लगकर सीधे विकेट पर जा लगी|
मार्श को आउट करने वाली गेंद कुछ खास नहीं थी लेकिन उस गेंद के खिलाफ उनके शॉट चयन पर सवालिया निशान जरूर खड़े किये जा सकते यहीं| मार्श की लगातार बड़े शॉट खेलने की कोशिशों और एडिलेड में स्पिन को मिल रही सफलता को ध्यान में रखते हुए कोहली ने दूसरे सेशन की शुरुआत भी अश्विन से ही कराई और सफलता भी हाथ लगी| कमेंट्री कर रहे पूर्व क्रिकेटर माइकल वॉन ने भी कोहली की इस रणनीति की तारीफ करने के साथ ही मार्श की काफी आलोचना भी की थी|
वॉन ने कहा था कि, “वे गेंद क्यों नहीं छोड़ रहा है? ये कुछ भी नहीं था और इस पर उन्होंने अपना विकेट गंवा दिया| एक बार फिर शॉन मार्श की बल्लेबाजी में लय की कमी नज़र आई| उसे लय में आने के लिए बड़े शॉट खेलने पड़ते हैं| कोहली ये जानते थे और उसने कहा कि, ‘आपको शॉट खेलना है तो ये आपके लिए चौका रखा है|' स्पिन के सामने तो ये विकेट गवाने की बात है| आप इसे संघर्ष नहीं कह सकते हैं, लेकिन असल में तो ये संघर्ष ही है| उस गेंद में ऐसा कुछ भी खतरनाक नहीं था|"