मुंबई, जिनके पास 41 बार रणजी ट्रॉफी जीतने का रिकॉर्ड है, के लिए 2018-19 के सीजन में कुछ ख़ास शुरुआत नहीं हुई|
हालांकि, मुंबई टीम में एक खिलाड़ी अपनी टीम के साधारण प्रदर्शन के बावजूद अपनी टीम के साथ खड़े हुए हैं और वह कोई नहीं बल्कि ऑलराउंडर शिवम दुबे है, जो प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सिर्फ एक साल पुराने ही हैं|
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर को भी यह लगता है कि युवा ऑलराउंडर में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में हर टीम के रडार पर होंगे| 25 वर्षीय बाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज ने इस वर्ष रणजी में पांच पारियों में 364 रनों की पारी खेली हैं और 91 के औसत से 12 विकेट लिए हैं|
गावस्कर ने मिड-डे के लिए लिखे अपने कॉलम में कहा है कि, "एक खिलाड़ी जो निश्चित रूप से फ्रेंचाइजी और राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के रडार पर होंगे, वो हैं शिवम दुबे| भारतीय क्रिकेट में युवराज सिंह और सौरव गांगुली के बाद से किसी भी बाएं हाथ के बल्लेबाज ने गेंद पर इतनी सफाई से हिट नहीं किया है|"
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा हैं कि, "साथ ही वह एक मध्यम तेज गति के गेंदबाज भी है, जो कि एक बड़ी बात है और न सिर्फ फ्रेंचाइजी बल्कि राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को भी बैठकर उसकी प्रतिभा के बारे में विचार करना चाहिए| उन्होंने रणजी में दो शतक बनाये हैं और पारी में पांच विकेट भी लिए हैं, जो कि भारतीय टीम में चयन के लिए आवशयक माना जाता है और उन्होंने तो उससे भी ज्यादा किया है| बाएं हाथ के बल्लेबाज होने के अलावा, वह टीम में एक भिन्नता भी लाते हैं|"