आईसीसी महिला T20 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में मिताली राज को नहीं खिलाए जाने के फैसले पर चल रही चर्चा के बीच टीम इंडिया की मैनेजर का बयान सामने आया हैं|
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय टीम की मैनेजर तृप्ति भट्टाचार्य की इस रिपोर्ट में लिखा गया हैं कि सेमीफाइनल मुकाबले के लिए विनिंग कॉम्बिनेशन को खिलाने और मिताली को बाहर बिठाने का फैसला कप्तान, कोच और चयनकर्ताओं की सहमति से ही लिया गया था|
रिपोर्ट अनुसार तृप्ति ने कहा हैं कि, "मैने बतौर मैनेजर के रूप में, ये बैठक बुलाई थी| उन्होंने (कप्तान, कोच और चयनकर्ता) विकेट पर चर्चा की और कोच का कहना था कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच जिताने वाले विनिंग संयोजन को ही खिलाना चाहिए| हरमनप्रीत और स्मृति मंधाना ने भी यही बात रखीकही और चयकर्ता सुधा शाह को बताया गया कि एक अतिरिक्त गेंदबाज टीम की मदद करेगा| सुधा शाह भी प्लेइंग इलेवन को लेकर सहमत हो गईं, लेकिन उन्होंने अपना मत नहीं रखा था|"
इस विवाद में एक और खुलासा तब हुआ जब मिताली की मैनेजर अनीशा गुप्ता ने एक ट्वीट के दवारा हरमनप्रीत को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें ‘अपरिपक्व’, ‘झूठी’ और ‘चालाक’ बताया था|
अनीशा ने अपने ट्वीट में लिखा था कि, “दुर्भाग्यवश टीम इंडिया राजनीति में विश्वास करती है, न कि खेल में| भारत और आयरलैंड के बीच मैच में मिताली राज का अनुभव कितना काम आ सकता था, इससे देखने के बावजूद भी उसने (हरमनप्रीत), जो ‘अपरिपक्व’, ‘झूठी’ और ‘चालाक’ हैं, को खुश करने के लिए उन्होंने हरमनप्रीत के मन की होने दी|"
हालाँकि ये ट्वीट एक असत्यापित ट्विटर आकउंट से ट्वीट किया गया था| वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने जब अनीशा से इसके बारे में पूछा गया कि क्या ये उन्हीं का ट्वीट हैं, तो उनकी मैनेजर ने इस पर हामी भरी थी और अपने बयान पर भी कायम रहीं| हालांकि कुछ समय बाद उनका अकाउंट डिलीट कर दिया गया था|