भारतीय बल्लेबाज पृथ्वी शॉ केवल 18 वर्ष के है, लेकिन वह क्रिकेट पिच पर एक असहज रवैये का प्रदर्शन करते हैं और क्रिकेट कि दुनिया में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने से दूर नहीं है|
उन्होंने जनवरी 2017 में अपना प्रथम श्रेणी में डेब्यू किया था और पिछले महीने ही विंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया था| इससे पहले, उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में टीम इंडिया से अपना पहला बुलावा आया था|
घरेलू स्तर पर उनका प्रभुत्व इतना अच्छा रहा है कि उनकी तुलना महान सचिन तेंदुलकर से की गई है| दाएं हाथ के बल्लेबाज जेसन होल्डर के नेतृत्व वाली टीम खिलाफ 237 रन बनाए और सभी को खूब प्रभावित किया| मौजूदा समय उनके लिए किसी परियो की कहानी से कम नहीं हैं| उन्होंने 2018 की शुरुआत बहुत ही अच्छे स्टाइल में की, जिसके चलते उन्होंने न्यूजीलैंड में विश्व कप जीत के लिए भारत यू 19 टीम का नेतृत्व किया था|
मौजूदा प्रदर्शन को देखते हुए शॉ चार मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिए ऑस्ट्रेलिया की यात्रा भी कर सकते हैं, जो दिसंबर के पहले सप्ताह में शुरू होगी| जब शॉ चार साल के थे, तब उन्होंने अपनी मां को खो दिया था| जिसके बाद सिर्फ उनके पिता पंकज शॉ थे, जिन्होंने उन्हें चुनौतियों से लड़ना सिखाया और अपने बेटे को क्रिकेट खेलने के अपने सपनों का पीछा करने में मदद की|
हाल ही में, शॉ ने सोशल मीडिया के माध्यम से जरूरत के समय में अपने साथ बने रहने के लिए और उन्हें एक निर्भय व्यक्ति बनने के लिए मार्गदर्शन करने के लिए अपने पिता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की|
HE KNOWS WHEN I AM STRUGGLING. He said you keep moving forward I have got your back, these words made me fearless in my work. ???? #god #father ♥️???? pic.twitter.com/W6huIdlXtv
— Prithvi Shaw (@PrithviShaw) October 28, 2018