फिल्म पदमावत का कठोर विरोध करने वाली करणी सेना एक बार फिर से चर्चा में हैं| जिसका कारण उनका किसी नई फिल्म का विरोध करना नहीं बल्कि संगठन में एक नई नियुक्ति है|
हाल ही में क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा को करणी सेना की गुजरात राज्य की महिला इकाई का प्रमुख नियुक्त किया गया हैं| रिवाबा इसी साल मई में तब सुर्खियों में आई थी, जब एक कांस्टेबल ने उन्हें चांटा मार दिया था|
करणी सेना गुजरात और राजस्थान में क्षत्रीय और राजपूत समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं| करणी सेना के स्थानीय नेताओं ने कहा है कि रिवाबा की नियुक्ति सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने की है| रिवाबा ने राजकोट में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके नाम का प्रस्ताव करने के लिए सौराष्ट के करणी सेना प्रमुख जेपी जडेजा और जामनगर की शहरी इकाई की प्रमुख रिताबा जडेजा का धन्यवाद किया हैं|
इंडियन एक्प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा हैं कि, “मेरा पहला लक्ष्य महिला सशक्तिकरण होगा, जब पुरुष उनके आसपास बुरे इरादे से आएं तो वे खुद की रक्षा कर सकें और खुद की देखभाल कर सकें| ये मेरा प्रमुख लक्ष्य है, क्योंकि मैं खुद भी ऐसे अनुभवों से गुजरी हूँ|" उसी घटना की तरफ इशारा करते हुए रिवाबा ने कहा हैं कि वे महिलाओं के हक के लिए लड़ती रहेंगी|
करणी सेना को मजबूत बनाने के लिए काम करने का संकल्प लेते हुए रिवाबा ने कहा कि वे सेना की पहुँच तालुक स्तर तक ले जाने ला प्रयास करेंगी| उन्होंने कहा कि, “करणी सेना ने न केवल अपने समाज के ही बल्कि उन लोगों के हित के लिए भी मुद्दे उठाए हैं जिनका शोषण हुआ है और ऐसे संगठन का हिस्सा होना गर्व की बात हैं|"
रिवाबा ने कहा हैं कि प्रस्ताव स्वीकार करने से पहले उन्होंने क्रिकेटर पति रवींद्र जडेजा से भी इसके बारे म चर्चा की थी| उन्होंने कहा कि, “मैंने उन्हें बताया कि यह हमारे समाज के लिए है| मैंने कहा कि मैं एक उदाहरण रख सकती हूँ, यह हमारे समाज के भले के लिए ही होगा| इस पर उनका (रवींद्र) कहना था कि यदि में चाहती हूँ और विश्वास करती हूँ कि मैं अपने समाज के लिए कुछ कर सकती हूँ, तो मुझे यह करना चाहिए| मुझे उनका पूरा समर्थन मिला हैं|"