बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष नजमुल हसन ने इस बात को खारिज कर दिया हैं कि एशिया कप 2018 में खेलने के लिए ऑलराउंडर शाकिब अल हसन पर किसी भी प्रकार का दबाव बनाया गया था|
शाकिब की उंगली जनवरी में चोटिल हुई थी, जो और ख़राब हो गयी और जिस पे उन्हें सर्जरी करनी पड़ी |
खबरों के अनुसार वेस्टइंडीज दौरे से लौटने के बाद शाकिब अपनी उंगली की सर्जरी कराना चाहते थे, लेकिन बोर्ड ने उन्हें एशिया कप तक अपनी सर्जरी को टालने को कहा था|
क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष नजमुल हसन ने इन रिपोर्ट्स पर बात करते हुए कहा हैं कि, “हमने कभी भी शाकिब पर एशिया कप खेलने के लिए दबाव नहीं डाला था| मैंने उनसे पूछा भी था कि वो चोट को लेकर ज्यादा खतरा नहीं लेते हुए डॉक्टर की सलाह लें|"
नजमुल ने कहा कि, "शाकिब ने हमें बताया था कि फीजियो ने उन्हें कहा है कि एशिया कप में खेलने से उन्हें ज्यादा परेशानी नहीं होगी| मैंने उसने पूछा भी था कि कहीं ये टूर्नामेंट खेलने से उनकी चोट बढ़ तो नहीं जाएगी| तो उन्होंने कहा था कि चिंता की कोई बात नहीं है|"
एशिया कप 2018 के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ सुपर-4 के निर्णयक मुकाबले से पहले शाकिब की चोट काफी बढ़ गई थी| जिसकी वजह से वे पाकिस्तान और फिर भारत के खिलाफ फाइनल मैच में टीम का हिस्सा नहीं बन पाए थे|
एशिया कप को बीच में ही छोड़कर वापस देश लौटने के बाद 27 सितंबर को शाकिब को अपनी उंगली की इमरजेंसी सर्जरी करानी पड़ी थी| उनकी उंगली में पस पड़ गई थी, जिसकी वजह से उनकी उंगली से इन्फेक्शन कम होने के बाद उन्हें एक और सर्जरी करानी होगी|