नमन ओझा ने दिल्ली के खिलाफ मैच में अंपायर के साथ किया बुरा बर्ताव

विजय हजारे ट्राफी 2018 | Twitter

मध्य प्रदेश के नमन ओझा के खराब मैदानी बर्ताव की वजह से मैच 20 मिनट तक रुका रहा, लेकिन इसके बावजूद विजय हजारे ट्राफी ग्रुप बी मैच में दिल्ली ने मध्य प्रदेश को 75 रन से मात देते हुए मैच जीत लिया|

दिल्ली की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए नितीश राणा की 98 गेंद में 10 चौकों और तीन छक्कों की बदौलत 107 रन की पारी की बदौलत 8 विकेट पर 284 रन बनाए थे|

इसके जवाब में मध्य प्रदेश की टीम 42.4 ओवर में 209 रनो पर ही आल-आउट हो जाएगी| स्पिनर ललित यादव ने 25 रन देते हुए पांच विकेट हासिल किये थे| सात मैच खेलने के बाद दिल्ली के पास 22 अंक हैं और टीम राष्ट्रीय चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के बहुत ही नज़दीक हैं|
 
ये घटना पारी के 28वें ओवर में हुई, जब बाएं हाथ के बल्लेबाज राणा 26 रन बनाते हुए क्रीज़ पर ही बने हुए थे| उन्होंने बायें हाथ के स्पिनर रमीज खान की गेंद पर स्वीप शाट मारा और स्क्वायर लेग पर फील्डर ने कैच ले लिया| मध्य प्रदेश के खिलाड़ी जश्न मनाने लगे लेकिन राणा क्रीज़ पर ही मौजूद थे|  

अंपायर राजीव गोदारा इसके बाद स्क्वायर लेग अंपायर नवदीप सिंह के पास पहुंचे और चर्चा के बाद दोनों ने तीसरे अंपायर (इस मामले में मैच रैफरी) से रैफरल की मांग की| तीसरे अंपायर ने रीप्ले देखने के बाद मैच रैफरी नितिन गोयल ने राणा को नाटआउट करार दिया, जिसके बाद एक टेस्ट, एक वनडे और दो T20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले ओझा ने आपा खो दिया और काफी गुस्से में आ गए|

नमन ने अंपायर गोदारा की ओर अंगुली उठाकर गुस्से में प्रथम श्रेणी अंपायर के रूप में उनकी क्षमता पर सवाल उठाने लगे| जिसके बाद मैच रैफरी गोयल को मैदान पर आना पड़ा, नमन के इस बर्ताव की वजह से लगभग 20 मिनट तक खेल रुका रहा| इसके बाद मैच को दोबारा शुरू किया गया|

ओझा को अपने इस बर्ताव और खेल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए कड़ी सजा का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि गोयल के इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट सौंपने की उम्मीद की जा रही है|

 

 
 

By Pooja Soni - 05 Oct, 2018

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