IND v WI 2018 : पृथ्वी शॉ ने अपने पहले टेस्ट में सफलता का राज़ राहुल द्रविड़ के योगदान को बताया

पृथ्वी शॉ और राहुल द्रविड़ | getty

भारतीय क्रिकेट को क्रीज में अपने दिनों के दौरान किए गए योगदान के लिए और अब एक कोच के रूप में, युवा प्रतिभा को सलाह देने, देश में खेल के भविष्य की ओर निवेश के लिए पूर्व खिलाड़ी राहुल द्रविड़ के प्रति काफी उदार होना चाहिए|

जूनियर स्तर से द्रविड़ के एक अन्य छात्र पृथ्वी शॉ ने राजकोट में अपने पहले टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ गुरुवार (4 अक्टूबर) को टेस्ट क्रिकेट में सीनियर टीम के लिए अपनी शुरुआत की| और वह 134 रनों शानदार शतक के साथ लाइटलाइट में छाए हुए हैं| दिन के खेल के अंत के बाद, उन्होंने खुलासा किया कि कैसे द्रविड़ के योगदान ने उनकी मदद की|

शॉ अंडर -19 विश्व कप से दो साल पहले द्रविड़ से जुड़े थे और यह भारत 'ए' स्तर के साथ-साथ सभी तरह से जारी रहा| एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार अपने यादगार 134 रनों कि शानदार पारी के बाद दिग्गज खिलाड़ी के नेतृत्व में अपने  शानदार समय को याद करते हुए शॉ ने कहा हैं कि, "जब हम अंडर -19 विश्वकप के लिए जा रहे थे, तो यह एक बड़ा योगदान था| उसके 2 साल पहले, हम राहुल सर के साथ अभ्यास कर रहे थे| यहाँ अभ्यास सत्रों में प्रचुरता थी| बहुत सारे अभ्यास मैच खेले गए थे| हमने दो साल पहले ही विश्व कप की तैयारी शुरू कर दी थी|"

उन्होंने आगे बताय कि, "उनका बड़ा योगदान भी इसलिए है क्योंकि उनके पास किसी भी खिलाड़ी के साथ कोई नकारात्मक सम्बन्ध नहीं था| हमेशा सकारात्मक रहें, चाहे वह अभ्यास सत्र हो यह अभ्यास खेल हो| उन्हें उनसे बहुत अनुभव मिला जब हम न्यूजीलैंड में खेलने के लिए गए, तो वह वहाँ की परिस्थितियों से अच्छी तरह से अवगत थे कि विकेट कैसे व्यवहार करती है| उन्होंने वहां बहुत सारे क्रिकेट खेले हैं| उन्होंने हमसे बहुत सारी चीज़े शेयर की हैं| यह उनका एक बड़ा योगदान था|"
          

 
 

By Pooja Soni - 05 Oct, 2018

    Share Via