कार्ल हूपर के अनुसार वेस्‍टइंडीज क्रिकेट को आईपीएल से हो रहा हैं नुकसान

क्रिस गेल | getty

वेस्टइंडीज के पूर्व ऑलराउंडर कार्ल हूपर का मानना है कि आईपीएल का आकर्षक कांट्रैक्‍ट हासिल करने की चाह ही वजह से कैरेबियाई टीम को टेस्ट क्रिकेट में काफी नुकसान हुआ है| प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों का एकमात्र लक्ष्य T20 लीग खेलना ही है|

हूपर का ये भी कहना है कि आईपीएल ने लंबी अवधि के प्रारूप में टीम की परेशानियां बढ़ी हैं| पीटीआई से बात करते हुए उन्होंने कहा हैं कि, ‘‘हमें इससे इसके (वेस्टइंडीज क्रिकेट पर आईपीएल के प्रभाव) अवगत होना चाहिए| T20 क्रिकेट बना रहना चाहिए| आपको आज से पांच साल पहले की तुलना में अधिक लीग में खेलने का मौका मिल रहा है| इससे हम बहुत प्रभावित हो रहे हैं, क्योंकि वेस्टइंडीज के अधिकतर युवा खिलाड़ियों का लक्ष्य किसी आईपीएल टीम से अनुबंध करना ही होता हैं|"

एडिलेड में अपने नए घर में कई रेस्टोरेंट चलाने वाले हूपर का कहना हैं कि, ‘‘इससे वेस्टइंडीज क्रिकेट में उपलब्धता पर असर पड़ता है, जिसमे टेस्ट क्रिकेट भी शामिल है| आईपीएल केवल छह सप्ताह के लिए ही होता है, लेकिन हमारी स्थिति अब ये है कि सुनील नरेन जैसा गेंदबाज जिसने अपने अंतिम टेस्ट मैच (2013 में) 6 विकेट लिए थे, वे दोबारा हमारे लिए नहीं खेले| यही स्थिति गेल और पोलार्ड पर भी लागू होती है|"

उन्होंने कहा कि, ‘‘अगर पोलार्ड 26-27 की उम्र में टेस्ट क्रिकेट खेलता, तो शायद हो सकता था कि वो बहुत अच्छा टेस्ट क्रिकेटर भी बन जाता, लेकिन उन्होंने छोटे प्रारूपों में ही खेलना उचित समझा| इस तरह से हमने एक अच्छा खिलाड़ी गंवा दिया| इविन लुईस भी टेस्ट क्रिकेट खेल सकते है, लेकिन वो खेलना ही नहीं चाहते हैं| इस तरह से छोटे प्रारूप हमारी प्रगति के आड़े आ रहे हैं|"

हूपर ने एक और उदाहरण दिया, जिससे कि टेस्ट टीम को नुकसान पहुंच सकता है| उन्होंने कहा कि, ‘‘शिमरोन हेटमायर जैसा खिलाड़ी जिसने सीपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया हैं, अब उन्हें भी अगले सीजन में आईपीएल में चुना जा सकता है और मुझे आईपीएल के कारण उन्हें खोना अच्छा नहीं लगेगा|"

 
 

By Pooja Soni - 05 Oct, 2018

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