भारतीय तेज गेंदबाज कमलेश नागकोटी, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में अंडर-19 विश्वकप के दौरान काफी अच्छा प्रदर्शन किया था, अपनी चोट के मुद्दों को हल करने के लिए लंदन की यात्रा करेंगे|
राजस्थान में बाड़मेर के 18 वर्षीय तेज गेंदबाज यू -19 विश्वकप के बाद से चोटों का सामना कर रहे हैं| वह पैर के फ्रैक्चर से ठीक होने के लिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) गए थे, लेकिन पुनर्वास के दौरान उनकी पीठ की समस्या बढ़ गई|
मुंबई मिरर की एक रिपोर्ट के अनुसार, नागकोटी अपनी पीठ के मुद्दों को विशेषज्ञों से परामर्श करने के लिए फिजियो योगेश परमार के साथ लंदन की यात्रा करेंगे| लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ हैं, कि सर्जरी की आवश्यकता होगी या नहीं|
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया हैं कि, "हमने कमलेश की योजना पर फैसला लिया हैं, एनसीए के अधिकारी इसकी देखरेख कर रहे हैं| वह जल्द ही लंदन जाएंगे|"
नागकोटी ने भारत के सफल यू -19 विश्व कप में अहम भूमिका निभाई थी, जिसमें उन्होंने 16.33 के औसत से छह मैचों में 9 विकेट लिए थे| उन्होंने इयान बिशप और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली की की तरह 140 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से लगातार प्रभावित किया, जो इस दौरान टूर्नामेंट में कमेंट्री कर रहे थे|