पाकिस्तानी बल्लेबाजी के दिग्गज क्रिकेटर ने उस पल को याद किया जब मोहम्मद अज़हरुद्दीन की सलाह ने उन्हें साल 2016 में इंग्लैंड में एक टेस्ट मैच में दोहरा शतक बनाने में मदद की थी|
टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान के अग्रणी रन-स्कोरर रहे यूनिस खान इंग्लैंड में उस समय संघर्ष कर रहे थे, तब उन्हें अज़हर का फ़ोन आया था, जिन्होंने उन्हें सलाह के एक छोटे से टुकड़े की पेशकश की थी| यूनिस ने कहा कि वह शारजाह में भारत के खिलाफ अपने पहले दौरे के बाद से अजहरुद्दीन के प्रशंसक रहे हैं|
उन्होंने कहा कि, "भारत के खिलाफ मेरा पहला दौरा शारजाह में था और तब से मैं अजहरुद्दीन फॉलो कर रहा हूँ| हम उसके बाद बहुत ज्यादा नहीं खेल पाए, लेकिन मैंने उससे बहुत कुछ सीखा है और यहां तक कि मेरी कप्तानी के दौरान भी, मैंने उससे सीखने की कोशिश की थी|"
यूनिस ने कहा कि, "दो साल पहले, जब मैं संघर्ष कर रहा था, तब अज़हर भाई ने मुझे एक छोटी सी सलाह दी थी और इससे मुझे अपने आखिरी टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ 200 रन बनाने में मदद मिली थी| (फिर वापस) मुझे अपने करियर के अंत तक बहुत आलोचना मिली, लेकिन अज़हर भाई ने मुझे कॉल किया और मुझे बताया कि बल्लेबाज़ भी क्रीज का उपयोग करते हैं और उन्होंने मुझे नेट में कोशिश करने के लिए कहा| उन्होंने मुझे ऐसा करने के लिए मजबूर नहीं किया था, लेकिन मुझे कोशिश करने के लिए कहा और मैंने किया और इससे मुझसे काफी मदद मिली|"
अजहर ने बताया कि वह पकिस्तान के महान जहीर अब्बास के इसी तरह के अच्छे इशारे के बाद से सिर्फ आदान-प्रदान करना सीख गए थे| उन्होंने कहा कि, "मैंने उनसे वो कहा जो मैंने इंग्लैंड में सीखा था और मुझे लगता है कि उन्होंने इस पर अमल भी किया था|"
"1989 में, मुझे पहले टेस्ट से बाहर कर दिया गया था, लेकिन मुझे कोई पछतावा नहीं था, क्योंकि मैं बहुत अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर रहा था| लेकिन जहीर अब्बास हमारे नेट सत्र में आए थे और उन्होंने पूछा कि मैं स्कोर क्यों नहीं कर रहा हूँ| तब मैंने उनसे कहा कि समस्या क्या थी और उन्होंने मुझे अपनी पकड़ बदलने के लिए कहा, मैंने कोशिश की, लेकिन मुझे थोड़ा अजीब लगा| लेकिन वह मेरे आइडलस में से एक थे और मैंने नेट में कोशिश की| उसके बाद, जब मैंने एक टेस्ट खेला, तो मैंने कुछ रन बनाए और पांच कैच भी लिए और मेरी जगह पक्की कर दी गई थी| मेरी पकड़ बदलने के बाद, मेरा खेल पूरी तरह से बदल गया था|"
अजहर ने आगे कहा कि, "मैंने यूनिस को सलाह दी थी, लेकिन जहीर भाई ने मुझे सालो पहले बहुत अच्छी सलाह दी थी|"