ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या भारतीय क्रिकेट के लिए एक तरह से रहस्य बन गए हैं| कई शानदार प्रदर्शन के बाद से उनकी तुलना अक्सर कपिल देव के साथ की जाती है, लेकिन उन सफलताओं को विरामित करने में असफलताएं प्रशंसकों, मीडिया और पंडितों को अलग करती हैं|
24 वर्षीय बड़ौदा के इस क्रिकेटर को अब भारतीय मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद से भी मूल्यांकन मिला है और जिसके बाद लगता है कि पंड्या को थोड़ी और अधिक स्थिरता दिखाने की जरूरत है|
रविवार (16 सितम्बर) को, एमएसके प्रसाद ने स्वीकार किया हैं कि पंड्या को और अधिक सुसंगत होने की जरूरत है और उनका कहना हैं कि उन्होंने दिखाया है कि वह सभी परिस्थितियों के अंतर्गत प्रदर्शन करने में सक्षम है|
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार प्रसाद ने कहा हैं कि, "पंड्या ने श्रीलंका में श्रीलंका के खिलाफ शतक बनाया था| उन्होंने केप टाउन टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अच्छी बल्लेबाजी की और नॉटिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ बल्ले और गेंद दोनों के साथ अच्छा प्रदर्शन किया| इससे स्पष्ट रूप से दिखाता है कि वह सभी परिस्थितियों में प्रदर्शन कर सकते हैं|"
भारत के बल्लेबाजी की हार का सामना करने के बाद इस साल की शुरुआत में पंड्या ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 93 रनो कि पारी खेली थी| हालांकि, उस पारी के अलावा, बल्लेबाजी के उनके दृष्टिकोण की आलोचना की गई थी और उन पर गैर-जिम्मेदार होने का आरोप भी लगाया गया था|
43 वर्षीय भारतीय मुख्य चयनकर्ता का कहना हैं कि, "केवल वही चीज जो हम उससे उम्मीद करते हैं वह हैं बल्ले और गेंद दोनों के साथ उनकी अधिक स्थिरता| मुझे यकीन है कि यह दौरा उनके करियर में एक बड़ा सीखने का अनुभव होगा| वह इस दौरे से प्राप्त अनुभव के साथ एक बेहतर खिलाड़ी बनेगे|"