ENG v IND 2018 : इंग्लैंड में मिली टेस्ट सीरीज हार के बाद कोच रवि शास्त्री बने पूर्व क्रिकेटर्स और विशेषज्ञों का शिकार

रवि शास्त्री | getty

भारतीय टीम प्रबंधन विशेष रूप से कोच रवि शास्त्री इंग्लैंड दौरे से पहले काफी उत्साहित थे| 

दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर आखिरी टेस्ट मैच में उनकी जीत ने वास्तव में उनके आत्मविश्वास को बढ़ा दिया था| शास्त्री ने सभी प्रकार के दावे किए, लेकिन टेस्ट सीरीज़ के अंत में, टीम इंडिया ने इसे 4-1 से गंवा दिया| उनके सभी दावे असफल साबित हुए और इस प्रकार प्रमुख कोच को विशेषज्ञों की आलोचना का शिकार होना पड़ा|

पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली, जो उन तीन लोगों में से एक थे, जिन्होंने शास्त्री को कोच के रूप में नियुक्त करने का फैसला किया था, ने कहा हैं कि उनके दावे "अपरिपक्व" थे|
 
श्रृंखला के दौरान टिप्पणी कर रहे सुनील गावस्कर काकहना हैं कि 1980 के दशक में अतीत की भारतीय टीमों ने इंग्लैंड और वेस्टइंडीज में टेस्ट श्रृंखला जीती थी, जो कि तब एक बड़ी चुनौती थी| इसके अलावा साल 2007 में राहुल द्रविड़ की टीम ने इंग्लैंड में टेस्ट श्रृंखला भी जीती थी|
 
शास्त्री ने यह भी घोषणा की थी कि यह टीम विदेश यात्रा करना चाहती है और वे सिर्फ घर पर खेलना और जीतना नहीं चाहते हैं बल्कि सर्वश्रेष्ठ दौरे वाली टीम का टैग भी हासिल करना चाहती हैं| पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने शास्त्री के इस बयान का जवाब देते हुए कहा कि, "सबसे अच्छा दौरा करने वाली टीम मैदान पर प्रदर्शन करके बनाई जाती हैं, न कि सिर्फ ड्रेसिंग रूम में बैठकर और इसके बारे में बात करके|"

उनकी पूर्व टिप्पणी ने हर्षा भोगल को सोच में डाल दिया था कि भारतीय टीम अपने पलों को बदलने में असफल रही हैं और इसके परिणामस्वरूप दो विदेशी दोरो पर निराशा ही हाथ लगी| भोगले ने कहा कि, "भारत के पास उनके पल थे, लेकिन स्कोरकार्ड कहता हैं 4-1 और भारत उतना अच्छा नहीं था जितना उसे होना चाहिए था| अब यह एक पंक्ति में दो विदेशी दोरो की निराशा है|"

 
 

By Pooja Soni - 14 Sep, 2018

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