कोई भी सरकारी नौकरी न होने से ये क्रिकेटर बना मूर्तिकार

चंदन डोंगरेकर | TOI

चंदन डोंगरेकर ने राज्य के लिए पुरस्कार जीते हैं, श्रेष्ठता के प्रमाण पत्र एकत्र किए हैं और टेनिस बॉल क्रिकेट में आठ बार गोवा का प्रतिनिधित्व किया है, लेकिन मौजूदा समय में 30 वर्षीय चंदन मैदान से दूर जीवित रहने के लिए मिट्टी से मूर्तियाँ बनाने में व्यस्त हैं|

सरकारी नौकरी पाने के प्रयास करने वाले चन्दन ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए कहा हैं कि "शायद 20 बार|" कई सालों से, चंदन नियमित रूप से राज्य सरकार की पोस्ट पाने के लिए आवेदन कर रहे हैं| लेकिन क्रिकेट मैदान के विपरीत, जहाँ उन्होंने सफलता का स्वाद चखा हैं, वह वहाँ अपना खाता खोलने में सक्षम नहीं हुए|
   
बिना किसी विकल्प के छोड़ने के बाद चंदन ने अपने करीबी दोस्त प्रवीण हलांकर के साथ पिछले साल मूर्ति बनाने में अपना हाथ आजमाने का फैसला किया| उन्होंने कहा हैं कि, "अब हम आधे फीट से तीन फीट तक, विभिन्न आकारों और माप की मूर्तियां बनाते हैं| मैं गणेश चतुर्थी उत्सव के खत्म होने के बाद भी मूर्तियाँ बनाता हूँ|"

गुरुवार को गणेश उत्सव शुरू होने के साथ ही, चंदन की मूर्तियां तेजी से बिक रही हैं| उन्होंने वास्को हस्तशिल्प में आवंटित 100 में से 80 बेचे हैं, जबकि पणजी हस्तशिल्प से 21 में से 10 को चुना गयाहैं| उन्होंने तालिगाओ बाजार में एक दुकान भी स्थापित की है, जहां 88 में से 49 ने बिक्री के लिए नामित कि गई हैं, जिसके जरिये उन्होंने लोगों के घरों में अपना रास्ता खोज लिया है| वह अपने इस व्यवसाय से खुश है, लेकिन कुछ मान्यता को खोने की चोट को दूर नहीं कर सकते हैं|

चंदन ने कहा हैं कि, "मैंने इतनी सारी सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन किया हैं, लेकिन हमेशा निराश ही हाथ लगी| राज्य की सेवा करने वाले खिलाड़ियों को कुछ सम्मान दिया जाना चाहिए| सरकारी नौकरियों के लिए एक कोटा होना चाहिए| इस तरह से लोग इस खेल में आगे बढ़कर हिस्सा लेंगे और राज्य के लिए ख्याति लाएंगे|"

उन्होंने आगे कहा हैं कि, "खेल ने मुझे कभी हारना नहीं सिखाया है| मैं खेलना जारी रखूंगा| टेनिस बॉल क्रिकेट के लिए मेरा प्यार मुझे हारने की इजाजत नहीं देता है|"

 
 

By Pooja Soni - 12 Sep, 2018

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