इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के लिए बल्लेबाजी चिंता का विषय रहा है| उनके सलामी बल्लेबाज, विशेष रूप से मुरली विजय और शिखर धवन शीर्ष क्रम पर प्रदर्शन नहीं कर सके| जबकि विजय को तीन टेस्ट के बाद प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया था| धवन ने पूरी सीरीज़ के चार टेस्ट मैचों में 20.25 के औसत से सिर्फ 162 रन ही बनाए|
लंदन के केनिंगटन ओवल में खेले गए आखिरी मैच में वे सिर्फ 3 और 1 का ही स्कोर कर पाए, जो कि न सिर्फ उनके लिए बल्कि पूरी टीम के लिए काफी पीड़ादायक था| भारत अगले महीने विंडीज के खिलाफ खेलगी और प्रसिद्ध क्रिकेट पत्रकार हर्षा भोगले का मानना है कि श्रृंखला के लिए उनका चयन होने की संभावना नहीं है|
क्रिकबज़ की रिपोर्ट के अनुसार भोगले ने कहा हैं कि, "धवन ने कुछ दौरे किये हैं, लेकिन वह उम्मीदों के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाए| यह उनका रवैया था, उन्होंने ट्रेंट ब्रिज में खेले गए दो छोटे कैमियो ने उन्हें बचाये रखा था| मुझे यकीन नहीं है कि उसके पास फिर से वापसी करने के लिए कुछ हैं, क्योंकि मैं उन्हें विंडीज़ के खिलाफ दो टेस्ट मैचों के लिए टीम में नहीं देख रहा हूँ, क्योंकि भारत उन सलामी बल्लेबाजों को चुनना चाहेगा, जिन्हे वे ऑस्ट्रेलिया में देखना चाहते हैं|"
उन्होंने आगे कहा हैं कि, "चौथी शाम को देर हो गई थी, जब शिखर धवन और केएल राहुल भारत के लिए बल्लेबाजी की शुरुआत करने के लिए आए थे, तो उनका पहला लक्ष्य 18 ओवरों में खेलना था और कोशिश करना और यह सुनिश्चित करना था कि खेल बचाना हैं| लेकिन, वे अपने करियर के लिए खेल रहे थे| धवन वास्तव में राहुल की तुलना में अपने स्थान के लिए खेल रहे थे|"