मनीष पांडे ने स्वीकार किया है कि वह पिछले कुछ सालों में और भीं ज्यादा परिपक्व एकदिवसीय क्रिकेटर के रूप में विकसित हुए हैं |
इंडिया बी को क्वाड्रैंगुलर सीरीज का खिताब जीतने के बाद मीडिया से बात करते हुए पांडे ने बताया हैं कि, 19 वर्षीय के रूप में, उन्हें पता नहीं हैं कि उन्हें एकदिवसीय खेल में कैसे बल्लेबाजी करना है|
उन्होंने कहा हैं कि, "जब मैं 19-20 वर्ष का था, मैंने सोचा था कि मुझे पता नहीं हैं कि एक दिवसीय खेल में बल्लेबाजी कैसे करना हैं| मुझे लगता था कि यह T20 के समान ही हैं और मेरी बल्लेबाजी शैली भी समान थी|"
जब साल 2009 में पांडे ने आईपीएल में अपना पहला शतक बनाया था, तब उन्हें ख्याति मिली थी | उन्होंने 2008 में कर्नाटक के लिए पहले ही अपना प्रथम श्रेणी में डेब्यू कर लिया हैं, लेकिन उन्हें इंडिया की कैप हासिल करने में सात साल लग गए|
पांडे ने कहा कि, "अब, इतने सालों से पर्याप्त वनडे खेल रहे हैं, मैंने थोड़ा सा विचार किया है कि कैसे मध्य ओवर में बल्लेबाजी करना है, स्ट्राइक को घुमाया और जब भी जरूरत हो तो मौका लें|"
पांडे को उम्मीद हैं कि उनके खेल में नई-स्थिर स्थिरता रहती है और हाल ही में जिस तरह से वह खेल रहे हैं, उसे खेलना जारी रलहेंगे| उन्होंने कहा कि, "खेलने के इन सभी वर्षों में, काफी अनुभव मिला है और अब यह थोड़ा आसान लगता है| और मैं वही प्रदर्शन जारी रखना चाहता हूँ|"