भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस साल अपने स्टाफ के वेतन में इजाफा करने से मना कर दिया है |
बीते फाइनैंशल साल में 25,000 करोड़ रुपये से भी अधिक की कमाई करने के बावजूद बीसीसीआई ने अपने स्टाफ के वेतन में इजाफा करने की योजना को टाल दिया है | बीसीसीआई में करीब 100 कर्मचारी हैं, जो की उनके पेरोल पर काम करते हैं | ये कर्मचारी बीसीसीआई के वानखेड़े स्टेडियम स्थित मुख्यालय क्रिकेट सेंटर को रिपोर्ट करते हैं |
बीसीसीआई मुख्यालय का कहना हैं कि आंतरिक संघर्ष के चलते यह इजाफा अभी भी रुका हुआ है | सूत्रों के अनुसार आईपीएल की फाइलें संभालने वाले 6 कर्मचारी और घरेलू एवं अन्तर्राष्टीय क्रिकेट का काम देखने वाले कर्मचारियों के बीच आंतरिक संघर्ष के चलते यह स्थिति उत्पन्न हुई हैं | क्रिकेट सेंटर की चौथी मंजिल पर आईपीएल के लिए काम करने वाले कर्मचारी काम करते हैं, जबकि बीसीसीआई का अन्य स्टाफ दूसरे फ्लोर पर काम करता हैं |
मुंबई मिरर की रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया हैं कि, "आईपीएल डिविजन में एक कर्मचारी के प्रमोशन पर विवाद के चलते क्रिकेट सेंटर में बैठने वाले सभी कर्मचारियों का इन्क्रीमेंट रुका हुआ हैं | आईपीएल के पिछले सीजन के दौरान बीसीसीआई के आईपीएल प्रभारी ने सिफारिश की थी, कि इस व्यक्ति का मैनेजर पद पर प्रमोशन किया जाना चाहिए | जिस पर बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी ने आपत्ति जताते हुए कहा था, कि इस व्यक्ति का एक साल पहले ही प्रमोशन किया गया था |"