सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त कि गई प्रशासकों की समिति (सीओए) ने चयनकर्ताओं के वेतन में 30 लाख रूपए की वृद्धि को मंजूरी दी है |
इसके साथ ही मुख्य चयनकर्ता के वेतन में 20 लाख की वृद्धि को भी हरी झंडी मिल गयी है | प्रस्ताव भेजा गया था, जिसमे कि चयनकर्ताओं की समिति के वेतन को बढ़ा के 90 लाख (प्रतिवर्ष 60 लाख से) प्रति वर्ष कर दिया जाए और समिति के चेयरमैन का वेतन 1 करोड़(प्रतिवर्ष 80 लाख से) प्रति वर्ष कर दिया जाए |
मौजूदा समय में चयनकर्ताओं की समिति के चेयरमैन और पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज एमएसके प्रसाद, इसके साथ ही देवांग गांधी और सरनदीप सिंह इसके अन्य सदस्य हैं | लोढ़ा समिति की सिफारिशों के चलते गगन खोड़ा और जतिन परांजपे को पिछले साल चयनकर्ताओं की समिति से निकाल दिया गया था | लोढ़ा समिति की सिफारिशों के अनुसार चयनकर्ताओं की समिति में केवल तीन सदस्य ही रखने होंगे और साथ ही वे सभी टेस्ट क्रिकेट खेले हुए ही होने चाहिए |
इस बीच जूनियर चयनकर्ताओं की समिति के वेतन में वृद्धि करते हुए 60 लाख रूपए प्रतिवर्ष कर दिया गया है | जिसके चलते इसके चेयरमैन को 65 लाख प्रतिवर्ष का वेतन दिया जायेगा | महिलाओं की चयन समिति के वेतन में भी वृद्धि की गई है और इसके सदस्यों को 25 लाख प्रतिवर्ष और मुख्य चयनकर्ता को 30 लाख प्रतिवर्ष दिया जायेगा |
दिलचस्प बात यह है कि उल्लेख किया गया था कि कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने बीसीसीआई के जनरल मैनेजर सबा करीम को भारतीय टीम के सपोर्ट स्टाफ और भारतीय ए टीम के कोच राहुल द्रविड़ के 2014-15 से हुई वेतन वृद्धि की समीक्षा करने के लिए कहा है | इस समीक्षा के बाद ही अमिताभ चौधरी ने इनके वेतन में 70 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव रखा था |