तेलंगाना क्रिकेट एसोसिएशन ने पूर्वोत्तर राज्यों को रणजी ट्राफी में शामिल करने के तरीके पर उठाये सवाल

सौरव गांगुली और सीके खन्ना| PTI

तेलंगाना क्रिकेट एसोसिएशन जिसने बीसीसीआई से पूर्ण सदस्यता की स्थिति अर्जित की है ने इस साल की रणजी ट्रॉफी में पूर्वोत्तर राज्यों को शामिल करने के तरीके पर सवाल उठाते हुए, मूल निकाय और सीओए पर उंगली उठाई है|

सबा करीम की अगुआई वाली क्रिकेट ऑपरेशंस टीम को त्रिपुरा की आयु समूह की टीमों के लिए वैकल्पिक घर के स्थानों की व्यवस्था करनी पड़ सकती है क्योंकि एसोसिएशन ने बीसीसीआई को सूचित किया है कि वह अक्टूबर के अंत से पहले प्रचलित मानसून के कारण जमीन तैयार नहीं कर पाएगा| 

तेलंगाना सीए ने देश के प्रमुख घरेलू टूर्नामेंट में मिजोरम, नागालैंड और मणिपुर जैसे राज्यों को खेलने की इजाजत इस तरह से देने पर है भारी नाराजगी व्यक्त की है।

उनका मानना  है कि योग्यता मानदंड के रूप में कुछ क्रिकेट पैरामीटर होना चाहिए जो किसी भी क्षेत्रीय टीम के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने के लिए क्षमता और मानक बढ़ाने में मदद करेगा।

तेलंगाना सीए के महासचिव धर्म गुरु रेड्डी ने सीओए और बोर्ड के पदाधिकारियों को लिखे अपने पत्र में लिखा, "अन्यथा, रणजी ट्रॉफी टीमों के रूप में सभी चार श्रेणियों को बुलाकर प्रथम श्रेणी के मानक क्रिकेट के संचालन में यह विनाशकारी होगा।"

उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि सभी छह पूर्वोत्तर राज्यों में इंटर-स्टेट मैचों को खेलने के लिए न्यूनतम आधारभूत संरचना या जानकारियां हैं।

रेड्डी के अनुसार, नई क्षेत्र विकास समिति, जिसे अब सीओए या तकनीकी समिति (सौरव गांगुली की अध्यक्षता में) द्वारा निष्क्रिय कर दिया गया है|

 
 

By Akshit vedyan - 31 Jul, 2018

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