आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला के निजी स्टाफ ने रिश्‍वत मांगने के मामले में दिया इस्तीफा

राजीव शुक्ला और अकरम सैफी

स्टिंग ऑपरेशन में उत्तर प्रदेश क्रिकेट टीम में खिलाड़ियों के चयन के लिए रिश्वत मांगने के आरोप में बीसीसीआई ने आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला के निजी स्टाफ के एक सदस्य को बर्खास्त कर दिया हैं |   

इसके पहले बोर्ड ने इस मामले की जांच तक शुक्ला के स्टाफ को निलंबित कर दिया था | उत्तर प्रदेश के एक हिन्दी समाचार चैनल ने शुक्ला के कार्यकारी सहायक अकरम सैफी और क्रिकेटर राहुल शर्मा की कथित बातचीत का प्रसारण किया था, जिसमें सैफी राज्य टीम में राहुल की चयन प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए ‘नगदी और दूसरी चीजों’ की मांग कर रहे थे |

फिलहाल तो शुक्ला उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) के निदेशक भी हैं | पीटीआई से बात करते हुए बोर्ड के अधिकारी ने बताया हैं कि, "सैफी ने आपना इस्तीफा दे दिया है | जब इसके बारे में शुक्ला से पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि इसे तत्काल प्रभाव से स्वीकार किया जाना चाहिए |"

वही बोर्ड के एक अंतरिक संदेश में कहा गया हैं कि, जिसकी एक कॉपी पीटीआई के पास भी हैं, "प्रशासकों की समिति (सीओए) के अध्यक्ष और कार्यवाहक अध्यक्ष (सीके खन्ना) के बीच फोन पर हुई बातचीत के बाद बीसीसीआई के नियम 32 के तहत आयुक्त की नियुक्ति नहीं होने तक, हम अकरम सैफी से उस पर लगे आरोपों की स्पष्टीकरण की मांग कर रहे हैं |"

इसमें आगे कहा गया हैं कि, "आयुक्त सैफी के बयान की जांच करेंगी, जिनकी नियुक्ति होना अभी बाकी हैं |" वही बीसीसीआई के नियम 32 के अनुसार, किसी भी दुराचार की शिकायत का फैसला आयुक्त को करना होता है जिनकी नियुक्ति बीसीसीआई अध्यक्ष सीके खन्ना अगले 48 घंटे में करते हैं |

15 दिनों के अंदर ही नियुक्त की गई आयुक्त को अपनी जांच की रिपोर्ट देनी होती है, जिसे बीसीसीआई की अनुशासन समिति के पास भेजा जाता हैं | उन्होंने कहा हैं कि, "जहाँ तक यूपीसीए से संबंधित मामले का सवाल है, वे अपने नियमों से इससे निपटाएंगे |"

 
 

By Pooja Soni - 20 Jul, 2018

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