भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने खुलासा करते हुए बताया हैं कि उनका सपना एक डांसर बनना था, लेकिन उनके पिता के फैसले की वजह से वे क्रिकेट में आई |
गौरव कूपर के शो ‘ब्रेकफास्ट विद चैम्पियंस’में बात करते हुए मिताली ने बताया हैं कि, “निश्चित रूप ने मेरी मां मुझे एक क्रिकेटर बनते हुए नहीं देखा चाहती थी, लेकिन मेरे पिता मुझे क्रिकेट में भेजना चाहते थे | मेरी मां चाहती थीं कि मैं एक डांसर बनूँ | मैंने क्रिकेट में आने से बहुत पहले ही डांस शुरू कर दिया था | मैं भी इसे पसंद करती थी और मैं एक डांसर भी बनना चाहती थी |"
मिताली ने आगे बताया कि उन्हें डांस करना काफी पसंद था और वे इसका आनंद भी लेते थी | कप्तान मिताली ने कहा हैं कि, “मैं डांस करती थी, लेकिन फिर विभिन्न कारणों की वजह से क्रिकेट आया | मेरे माता-पिता को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था | दक्षिण भारत के एक परिवार से आने के कारण क्रिकेट मेरे परिवार में कहीं भी नहीं था | यहाँ तक कि मेरे परिवार में किसी ने क्रिकेट खेला भी नहीं था | मेरे दादा-दादी का मानना था कि लड़को के साथ क्रिकेट खेलना बहुत मुश्किल हैं |"
मिताली ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को दो बार महिला क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में पहुंचाया हैं | अपने करियर के दौरान मितली ने 194 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 50 की औसत से 6,373 रन बनाए हैं | साथ ही वनडे में मिताली ने 6 शतक और 50 अर्धशतक भी बनाये हैं | वही मिताली ने टेस्ट में 10 मैचों में खेलते हुए एक शतक और चार अर्धशतक बनाये हैं |