उत्तर-पूर्व राज्यों में क्रिकेट के विकास के लिए बीसीसीआई ने 'टास्क फोर्स' का गठन किया

बीसीसीआई ने किया टास्क फाॅर्स का गठन| getty

उत्तर-पूर्व राज्यों में रणजी ट्रॉफी में शामिल होने और अगले सीजन के बाद की घरेलू प्रतियोगिताओं के साथ बीसीसीआई ने इस क्षेत्र में क्रिकेट के विकास के लिए 'टास्क फोर्स' स्थापित किया है।

बोर्ड के एक अधिकारी ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया को बताया कि "हम उत्तर-पूर्व राज्यों के मुद्दे पर एक बैठक करेंगे। उन्हें यह बताना है कि आप सभी टूर्नामेंट खेलेंगे। हमको यह भी पता लगाना होगा कि बुनियादी ढांचे के संदर्भ में संसाधन क्या उपलब्ध है|”

उन्होंने बताया "बीसीसीआई ने इस प्रकार उत्तर पूर्व में क्रिकेट विकसित करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है। इसमें बीसीसीआई जीएम क्रिकेट परिचालन सबा करीम, पूर्व बोर्ड गेम डेवलपमेंट मैनेजर रत्नाकर शेट्टी, एजीएम (क्रिकेट ऑपरेशंस) केवीपी राव, आशीष भौमिक, (मुख्य) क्यूरेटर और पूर्व बंगाल खिलाड़ी सरदीन्दु मुखर्जी होंगे|”

आने वाले घरेलू सत्र के लिए, बिहार और उत्तर-पूर्वी पक्षों में से एक टीम, जिनमें से कुछ का अपना पहला अभियान होगा उसको  रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल में एक स्लॉट प्रदान किया जाएगा।

बोर्ड ने एक समूह में बिहार और उत्तर-पूर्व पक्षों सहित नीचे नौ टीमों को एक साथ समूहीकृत किया है। इस साल रणजी में मान्यता प्राप्त करने के अलावा इस समूह की शीर्ष टीम को अगले वर्ष एलिट ग्रुप सी में भी पदोन्नत किया जाएगा।

बिहार और उत्तर-पूर्व राज्यों को शामिल करने से इस वर्ष की रणजी ट्रॉफी में प्रतिभागियों की कुल संख्या 37 हो जाएगी।

 
 

By Akshit vedyan - 16 Jul, 2018

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