वनडे क्रिकेट में गेंदबाज़ों की धुनाई और बल्लेबाजों को मिलते फायदे को देखते हुए क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने भी चिंता जाहिर की है| वनडे क्रिकेट में दो गेंदों के इस्तेमाल के चलते एकतरफ जहा गेंदबाजों को नुकसान उठाना पड़ता है वही बल्लेबाज़ों को इससे काफी फायदा पहुँचता है|
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे पांच वनडे मैचों की सीरीज के चौथे मुकाबले में मेजबान ने लगातार चौथी जीत दर्ज की। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए एरोन फिंच और शॉन मार्श की शतकीय पारी के दम पर 310 रन का स्कोर खड़ा किया था। जवाब में इंग्लैड ने जेसन रॉय की आतिशी शतक के दम पर 44.4 ओवर में ही 314 रन बनाकर मुकाबला जीत लिया।
इस मुकाबले के बाद सचिन तेंदुलकर ने ट्विटर पर लिखा कि वनडे क्रिकेट में दोनों तरफ से नई गेंद का इस्तेमाल किए जाने से बल्लेबाजों की तो चांदी हो गई है लेकिन गेंदबाजों की शामत आ गई है।
सचिन ने लिखा, “वनडे क्रिकेट में दो नई गेंद के होने की वजह से जहां यह शानदार रेसिपी बनी है तो डिजास्टर भी साबित हो रही है। दोनों ही गेंद को पुराना होने का वक्त नहीं मिल पाता। हमें लंबे समय से रिवर्स स्विंग देखने को नहीं मिल रहा जो की डेथ ओवर में गेंदबाजों का अहम हथियार होता है।”
गौरतलब है ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में इंग्लैंड की टीम ने 481 रन बना वनडे पुरुष क्रिकेट का सबसे बड़ा खड़ा किया था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम को 242 रन की हार मिली थी।
Having 2 new balls in one day cricket is a perfect recipe for disaster as each ball is not given the time to get old enough to reverse. We haven’t seen reverse swing, an integral part of the death overs, for a long time. #ENGvsAUS
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) June 21, 2018