सीओए ने चैंपियंस ट्रॉफी को ख़त्म करने के मामले पर उठाये सवाल

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सुप्रीम कोर्ट दवारा नियुक्त की गई प्रशासकों की समिति ने चैंपियंस ट्रॉफी के मामले में बारे में सूचित नहीं किए जाने के बारे में बीसीसीआई से अपनी नाराजगी जाहिर की हैं |

सीओए ने बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी को लिखे गए एक पत्र में इस मामले के बारे में बात की है | सीओए इस बात से खासकर की  नाखुश है कि आखिर आईसीसी की बैठकों में क्या हुआ, जो चैंपियंस ट्रॉफी के शेड्यूल से हटा दिया गया हैं |

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार इस पत्र में लिखा गया है कि, “सीओए ने कभी भी आईसीसी और एसीसी बैठकों के लिए आपके बाहर आने-जाने में कोई दखलअंदाज़ी नहीं की हैं | इसके बावजूद कि आपने कभी भी बैठकों में होने वाली चर्चा को लेकर हमे पहले से कुछ भी नहीं बताया हैं और इस बैठक में क्या नतीजा निकला, उन्होंने इसके बारे में बताना भी जरूरी नहीं समझा | एक जो सबसे अहम बात है जिसे लेकर सीओए को पूरी तरह अंधेरे में रखा गया कि वो ये हैं कि चैंपियंस ट्रॉफी की जगह एक नए आईसीसी विश्व टी20 को लाया गया है |"

पिछले कुछ समय से बीसीसीआई और सीओए के बीच काफी विवाद चल रहा हैं, जिसकी वजह से बोर्ड का काम भी काफी प्रभावित हो रहा है | फिलहाल बीसीसीआई का काम एक तरह से सीओए के नेतृत्व में ही हो रहा हैं | 

हालांकि, बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कार्यकारी सचिव को सीओए की राजनीतिक संदेश पर सवाल उठाया हैं | उन्होंने कहा हैं कि, "चौधरी को सीओए को ब्रीफ करने के लिए अकेले क्यों दोषी ठहराया जा रहा है? वे जौहरी के संपर्क में भी रहते हैं | वे उनसे भी इसके बारे में पूछ सकते थे | इसका मतलब ये है कि उन्होंने भूमिकाओं को सही ढंग से परिभाषित ही नहीं किया है |"

उन्होंने आगे कहा कि, "सीओए खुद ही अपनी शक्तियों के बारे में उलझा हुआ हैं | आईसीसी कभी भी महत्वपूर्ण नीति निर्णय लेने से पहले बीसीसीआई का इंतज़ार नहीं करेगा | जब बीसीसीआई के पदाधिकारियों ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए समझौता करने की कोशिश की, तो तब उनसे हमे कोई समर्थन नहीं मिला हैं | क्या सीओए ये कह रहा है कि वे अब आईसीसी मामलों का हिस्सा बनना चाहते हैं?"

 
 

By Pooja Soni - 22 Jun, 2018

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