पाकिस्तान अपने मौजूदा यूके दौरे में वास्तव में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और वे इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला को ड्रा करने में कामयाब रहे हैं |
उन्होंने आयरलैंड को ऐतिहासिक खेल में भी मात दी थी. जिसमें मेजबानों ने खेल के सबसे लंबे प्रारूप में डेब्यू किया था | मेहमान टीम के लिए दौरे पर सबसे बड़ी सकारात्मक बातों में से एक शादाब खान का अपने बल्ले के साथ पुनरुत्थान होना था और जिससे की कॉच मिकी आर्थर भी प्रभावित हुए, जो कि युवा खिलाड़ी से लगाई शर्त भी हार गए हैं |
19 वर्षीय क्रिकेटर ने कई टेस्ट मैचों में तीन अर्धशतक बनाए और तो और उन्होंने ये रन तब बनाये, जिस समय टीम को इनकी जरुरत सबसे ज्यादा थी | पाकिस्तान पहली पारी में आयरलैंड के खिलाफ संघर्ष कर रहा था और उनकी यही पारी थी, जिसकी वजह से पाकिस्तान संघर्ष करने में सफल रहा | साथ ही वे एक भारी बढ़त हासिल करने में भी कामयाब रहे, जो अंततः अंत में महत्वपूर्ण साबित हुई | शादब लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक जीत में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जहाँ उन्होंने 52 रनो की पारी खेली थी |
दौरे की शुरुआत से पहले, मिकी आर्थर ने शदाब खान को अपनी बल्लेबाजी में सुधार करने की चुनौती दी थी और बाद में उन्होंने अपने कोच से कहा था कि वह तीन अर्धशतक बनाएंगे | और जैसे ही वह दूसरे टेस्ट की पहली पारी में मैदान पर मुकाबला करने के लिए उतरे, वे अपनी चुनौती को पूरा करने में सफल रहे | और पाकिस्तान की डूबती नाव को बचाने में मदद की, जहाँ पकिस्तान 7 विकेट के नुकसान पर 79 रनो पर संघर्ष कर रहा था | शादाब ने परिपक्व बल्लेबाजी करते हुए दौरे पर तीन अर्धशतक बनाये | उन्होंने केवल 52 गेंदों में 56 रन बनाकर टीम के स्कोर को 174 रनों तक पहुँचाया |
सबसे दिलचस्प बात यह है कि, अपने हर अर्धशतक के बाद, युवा खिलाड़ी अपने कोच को गिनती का संकेत दे रहे थे, जो हमेशा ही उनके जश्न के समय सिर्फ मुस्कुराते हुए नज़र आ रहे थे | आर्थर भी अपनी शर्त हार जाने के बाद बाध्य थे और इसलिए वे टीम को डिनर के लिए बाहर लेके गए थे और साथ ही वे शादाब की प्रतिबद्धता को देख काफी खुश भी थे |
जियो टीवी के अनुसार उन्होंने कहा कि, "जैसा कि उन्होंने (शादाब) कहा था कि, वे चुनौती को पूरा करेंगे, उन्होंने वैसा ही किया |" हालांकि, वह गेंद के साथ कुछ ख़ास पर्दर्शन नहीं कर पाए और केवल 3 विकेट लेने में ही सफल रहे |