श्रीलंका क्रिकेट के अनुसार अल जजीरा पिच फिक्सिंग के दावों पर विश्वास करना हैं मुश्किल

आखिरकार श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने गॉल अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम पर पिच से छेड़छाड़ के आरोपों पर सामने आकर अपना बयान दिया हैं | उनका कहना हैं कि इन आरोपों पर विश्वास करना मुश्किल है, लेकिन उन्होंने अंतरराष्ट्रीय जांच में पूरी तरह से सहयोग करने पर अपनी सहमति जताई हैं  |

रविवार को ही टीवी समाचार चैनल अल जजीरा ने  एक डाक्यूमेंट्री पेश किया हैं, जिसमे दिखाया गया हैं कि एक मैदानकर्मी और एक खिलाड़ी गॉल  में साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया की श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में 229 रनो की हार के दौरान पिच से छेड़छाड़ करने को लेकर कथित तौर पर कुछ बात कर रहे हैं | ये मैच ऑस्ट्रेलिया के हाथो से तीन दिन के अंदर ही चला गया था |

साथ ही गॉल के मैदानकर्मी थरंगा इंडिका और क्रिकेटर थारिंदु मेंडिस ने इंग्लैंड के खिलाफ नवंबर में होने वाली टेस्ट सीरीज के लिये भी पिच को इस इसी तरह से तैयार करने की बात कही गई हैं, जिससे कि मैच का नतीजा चार दिनों के अंदर ही आ जाए | श्रीलंका क्रिकेट ने आईसीसी की जांच का नतीजा आने तक इन दोनों को ही निलंबित कर दिया है | साथ ही प्रांतीय कोच जीवांता कुलाथुंगा को भी निलंबित कर दिया गया हैं | 

लेकिन पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार बोर्ड के उपाध्यक्ष मोहन डिसिल्वा का कहना हैं कि कप्तानों, अंपायरों और रेफरी ने ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच साल 2016 के मैच के दौरान गाले पिच को लेकर कोई भी शिकायत नहीं की थी |

उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा हैं कि, 'वैसे इस टेस्ट की जांच करने की कोई जरूरत नहीं है | क्योकि खिलाड़ियों ने शिकायत नहीं की थी | कप्तानों की रिपोर्ट, अंपायरों की रिपोर्ट और मैच रेफरी की रिपोर्ट में पिच के बारे में कुछ नहीं कहा गया था |"

डिसिल्वा ने आगे कहा कि, ‘‘हमे पिच के बारे में कुछ भी प्रतिकूल प्रतिक्रिया नहीं मिली है | इस पर विश्वास करना काफी मुश्किल है कि इसके साथ कुछ गड़बड़ी की गई थी |"

 
 

By Pooja Soni - 29 May, 2018

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