टेस्ट क्रिकेट में टॉस को खत्म करने की चर्चा के बीच भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का एक बयान आया है| सौरव गांगुली टेस्ट क्रिकेट में टॉस को खत्म करने के निर्णय को एक गलत कदम मानते है| इस मुद्दे पर आईसीसी क्रिकेट समिति अगले सप्ताह मुंबई में होने वाली बैठक में चर्चा करेगी|
गांगुली ने ईडन गार्डंस में पत्रकारों से कहा, ‘यह देखना बाकी है कि इसे लागू किया जाता है या नहीं | निजी तौर पर मैं टॉस हटाने के पक्ष में नहीं हूं |'
सिक्के से टॉस करने की परंपरा 1877 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए पहले टेस्ट मैच से चली आ रही है | टॉस जीतने वाली टीम यह फैसला करती है कि उसे पहले बल्लेबाजी करनी है या गेंदबाजी | जिसमें घरेलू टीम का कप्तान सिक्के को उछालता है जबकि दूसरी टीम का कप्तान अपनी पसंद के बारे में बोलता है |
गांगुली ने कहा, ‘अगर घरेलू टीम टॉस हार जाती है तो उसे फायदा नहीं मिलता है |’ वहीं पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने टॉस को हटाने का समर्थन किया है | उनका मानना है कि इस फैसले के लागू होने के बाद घरेलू टीमें बेहतर विकेट तैयार करके अपने खेल की दम पर मुकाबले जीतने की कोशिश करेंगी विकेट की दम पर नहीं |