इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वे सीजन की शुरुआत से पहले, रविचंद्रन अश्विन ने किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान के रूप में अपना 'अप्रत्याशित सर्वश्रेष्ठ' प्रदर्शन करने का वादा किया था |
सीजन की शुरुआत से पहले उन्होंने कहा था कि वह अपने नए काम में कुशल होने के लिए अपने अनुभव का इस्तेमाल करने का पूरा प्रयास करेंगे | जिसके परिणाम हमे सकारात्मक ही देखने को मिल रहे हैं | उन्हें एक ऐसी टीम मिली, जो कि अपने आईपीएल के पिछले तीन सीजन में करीब आठवें और पांचवें स्थान पर ही मौजूद रहती थी |
अश्विन की कप्तानी की विशेषताओं में से सबसे विशेष बात ये हैं कि उन्होंने अपने गेंदबाजों में काफी विश्वास दिखाया है | भले ही मुजीब उर रहमान और एंड्रयू टाई ने कुछ मैचों में रन जरूर लुटाये हैं, लेकिन अश्विन ने फिर भी उनका समर्थन किया हैं, क्योकि उन्हें विश्वास था कि वे टूर्नामेंट में शीर्ष विकेट लेने वालों में से एक है | आईपीएल के मौजूदा संस्करण में अब तक टाई ने 11 गेमों में 20 विकेट लिए हैं जबकि मुजीब ने 14 |
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी जो डॉस का मानना है कि अगर इस अवसर पर अश्विन आगे बढ़ते हैं, तो वे भारतीय कप्तान के रूप में अच्छा प्रदर्शन करेंगे |
डॉस ने कहा हैं कि, "मुझे लगता है कि कप्तान के रूप में वह (अश्विन) उत्कृष्ट (अंतरराष्ट्रीय स्तर पर) प्रदर्शन करेंगे | एक बार जब वह अपनी मजिल को हासिल कर ले, तो वह वास्तव में बहुत ही अच्छा काम करेंगे, क्योंकि उसके पास क्रिकेट की बहुत ही अच्छी समझ हैं |"
डॉस, जो कि साल 2012-2014 में भारतीय टीम के साथ काम कर चुके हैं, ने अश्विन की नई डिलीवरी विकसित करने की उत्सुकता के बारे में बात करते हुए कहा हैं कि अश्विन के लेग स्पिन की कोशिश करने के उनके विचार से उन्हें और अधिक सफलता मिल सकती है |
उन्होंने कह हैं कि, "अश्विन एक अद्वितीय क्रिकेटर है | उन्हें नई चीज़ो को करने की कोशिश करना और उसके बारे में विचार करना पसंद हैं | कई बार कोच के रूप में, मुझे उनका चीज़ो को सरल बनाये रखने का तरीका बहुत अच्छा लगता था, लेकिन यही वो चीज है जो उसे सबसे अच्छे स्पिनरों में से एक बनने में मदद करती हैं |"
भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच डॉस ने कहा हैं कि, "कोच के रूप में, आपको खिलाड़ियों को अपने खेल में कौशल को शामिल करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए, जब तक कि वे अपने मूल खेल से दूर न हों जाए |"