आईपीएल 11 में काफी रोमांचक मुकाबले को देखने को मिल रहे हैं | इस दौरान हर टीम दवारा एक के बाद एक शानदार रिकॉर्ड देखने को मिल रहे हैं |
जिसके चलते आज (3 मई) आईपीएल का एक और बहुत ही रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा, जहाँ कोलकाता नाईटराइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच शानदार मुकाबल देखने को मिल सकता हैं |क्योकि एक तरफ चेन्नई सबसे ज्यादा 12 अंको के साथ अंक तालिका में शीर्ष पर मौजूद हैं, तो वही दूसरी ओर कोलकाता 8 अंको के साथ तालिका में चौथे स्थान पर मौजूद हैं |
केकेआर ने अबतक खेले गए 8 मैचों में से सिर्फ 4 मैचों में ही जीत हासिल की हैं | जिसके बाद उनके पास अभी भी सात खेल और बाकी हैं और प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की करने के लिए उन्हें कुछ और मैचों में जीत हासिल करने की जरुरत हैं | जिसके चलते केकेआर के मुख्य कोच जैक कैलिस ने चेन्नई सुपर किंग्स जैसी मज़बूत टीम के खिलाफ अपने खेल के महत्व को हाइलाइट करते हुए फाइनल में पहुंचने की संभावना से इंकार नहीं किया है |
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कैलिस ने कहा हैं कि, "हमेशा ही चेन्नई के खिलाफ यह एक बड़ा खेल रहा है | एमएस धोनी भी बहुत ही अच्छे फॉर्म हैं, जो कि उनके प्रदर्शन में नज़र भी आ रहा हैं, लेकिन उनकी टीम उनके मुकाबले ज्यादा बेहतर है | फाइनल में पहुंचना अभी भी हमारी प्राथमिकता है लेकिन अब टैंक में कुछ भी रखने की जरूरत नहीं है | अब हमारे पास जो कुछ भी है, हमे उसी के साथ अच्छी शुरुआत करनी होगी |"
उन्होंने कहा कि, "स्वाभाविक रूप से, हर एक टीम हार और जीत का एक अच्छा संतुलन बनाये रखना चाहती हैं, लेकिन मैं टूर्नामेंट के इस चरण में टीम के 4: 4 के रिकॉर्ड से बहुत ज्यादा नाखुश नहीं हूँ | मैं इसे एक ठोस मंच के रूप में देखता हूं, जिससे कि हम शीर्ष दो में पहुंच सकते हैं | मैं ऐसे कई मौकों पर टीम के साथ रहा हूँ, जब टीम ने लगातार 4, 5 या 6 मैचों में जीत हासिल की हैं | इसलिए हम सभी इस बात को अच्छे से जानते हैं कि हमारे लिए ऐसा करना संभव है और मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह टीम बहुत ही अच्छे से ऐसा करने में सक्षम है |"
केकेआर के दो दिग्गज खिलाड़ी मिचेल स्टार्क और कमलेश नगरकोटी चोटिल हैं, लेकिन फिर भी कैलिस इसे एक खेल के हिस्से के रूप में देखते हैं और इसे एक बहाने के रूप में इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं |
केकेआर के कोच ने कहा हैं कि, "हमें अपने इन चोटिल खिलाड़ियों के बारे में चिंता हैं, लेकिन अधिकतर अन्य टीमों के साथ भी ऐसा ही कुछ हो रहा हैं | जिस समय आप हार के लिए खिलाड़ियों पर पछतावा करना शुरू करते हैं, या उन्हें बहाने के रूप में इस्तेमाल करते हैं, तब उस समय आप साजिश करने के जोखिम उठाने लगते हैं | हर किसी को इसका सामना करना पड़ता है, चोटें तो आकस्मिक योजनाओं का एक परीक्षण हैं, ऐसे में आपको घबराने की जरुरत नहीं हैं |"
उन्होंने कहा हैं कि, "मैंने पहले भी कई बार ये कहा है, लेकिन आईपीएल की तीव्रता और इसका खिलाड़ियों और उनके समर्थन कर्मचारियों पर दबाव इतना ज्यादा बढ़ जाता हैं कि उन्हें ज्यादा से ज्यादा विकेट लेने और रन बनाने की चुनौतियों का सामना करना पड़ता हैं | और अगर आप इन सब में शिकायत करते हैं तो फिर आप इन चुनौतियों में विफल हो जाते हैं |"