इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक ने आईसीसी की टेस्ट क्रिकेट की रक्षा करने की इच्छा पर सवाल उठाया है और साथ ही ईसीबी के '100 बॉल' प्रारूप पर अपनी चिंता व्यक्ति करते हुए कहा हैं कि इसका मतलब है कि यह उनकी प्राथमिकताओं में से एक नहीं है |
इंग्लैंड के सबसे लंबे प्रारूप में अग्रणी रन स्कोरर और टेस्ट मैच विशेषज्ञ कुक ने साल 2009 से एक भी T20 मैच नहीं खेला हैं | इस महीने ईसीबी ने घोषणा की थी, जिसमे उन्होंने साल 2020 से एक नए क्रिकेट प्रारूप '100 बॉल' को प्रस्तावित किया था |
बीबीसी रेडियो 5 लाइव के स्पोर्ट्सवीक के दौरान यह पूछे जाने पर कि उन्हें क्या लगता हैं कि आईसीसी और ईसीबी को टेस्ट क्रिकेट के बारे में चिंता हैं, तो इस पर बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा हैं कि, "अंततः मुझे नहीं लगता कि उन्हें इस समय इस बात की चिंता हैं |"
"मुझे नहीं पता कि ये ईसीबी का मामला है कि नहीं, क्योंकि हमारे देश में टेस्ट क्रिकेट से बहुत सारे राजस्व आते हैं | हम हर दूसरे देश से अलग हैं | हर जगह से हमें अपने देश में टेस्ट के लिए अविश्वसनीय समर्थन मिला है |"
उन्होंने कहा हैं कि, "मुझे लगता है कि हम बहुत अलग हैं और यही समस्या है, कि हम बाकी दुनिया में टेस्ट क्रिकेट का एक बहुत अलग पक्ष रखते हैं | लेकिन जैसा कि हम जानते हैं कि हर जगह पैसा ही बोलता है और अगले 10 वर्षों में यह बहुत ही दिलचस्प हो जायेगा |"
टेस्ट क्रिकेट की योग्यता के बारे में बच्चों को समझाने के तरीके पर, कुक ने कहा हैं कि "मुझे लगता है कि सवाल ये है कि, 'क्या क्रिकेट ऐसा करना चाहता है?' यदि क्रिकेट आम तौर पर टेस्ट क्रिकेट और इसकी परंपराओं और 100 साल के इतिहास को संरक्षित रखना चाहता है, तो उन्हें इसके बारे में सोचना चाहिए |"
कुक ने आगे कहा कि, "लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है, क्योंकि आधुनिक समय और समय में परिवर्तन के साथ, यह ठीक है | मेरी राय में यह काफी निराशाजनक होगा | मुझे पता है कि बहुत से लोग मेरे बारे में बहुत कुछ कहते हैं, क्योंकि मैं इस तरह के क्रिकेट खासकर कि T20 नहीं खेलता हूँ | मैं हमेशा ये कहता रहता हूँ कि मैं टेस्ट क्रिकेट की रक्षा करता हूं, लेकिन फिलहाल मुझे लगता है कि इसके प्रति अभी भी बहुत सारा प्यार है, खासकर खिलाड़ियों में |"