2018 इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल 2018) का सीजन मुंबई इंडियंस (एमआई) के लिए काफी कठिन होता जा रहा हैं |
उन्हें अपने अब तक के खले गए छह खेले में से पांच खेलो में हार का सामना करना पड़ा हैं | लेकिन, मंगलवार की रात वानखेड़े स्टेडियम में, चीजें और भी कठिन हो गई | सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) के खिलाफ 118 रनों का पीछा करते हुए 31 रनों से मिली हार के दौरान टीम का प्रदर्शन ऐसा था, जो किसी भी टीम की हिम्मत को तोड़ देगा |
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार मुंबई के कोच महेला जयवर्धने ने स्वीकार किया हैं कि उनकी इस अपमानी हार को स्वीकार करना काफी मुश्किल है | मुंबई इंडियंस 87 रनों पर ही ढेर हो गई थी और जयवर्धने ने इस पूरे निराशाजनक प्रदर्शन का वर्णन करने के लिए किस भी तरह के बनावटी शब्दों को इस्तेमाल नहीं किया |
मैच के बाद उन्होंने कहा कि, "हमने खुद ही खुद को इस स्थिति में लाया है, किसी एक को कोई भी दोष नहीं दिया जा सकता हैं | आज मैं बहुत निराश हूँ | हमने जो मैच गंवाए, मुझे लगता है कि उनमें से कुछ में हमने अच्छा क्रिकेट खेला, इनमें कोई भी जीत सकता था, यह T20 क्रिकेट है |"
"लेकिन आज मैं बहुत ज्यादा निराश हूँ | हम यह सोचकर खेल रहे थे कि विकेट में कोई परेशानी है और हमें बड़े शाॅट खेलने होंगे | हमने कोई जिम्मेदारी नहीं ली, जो काफी निराशाजनक है |"
यह एक विशिष्ट वानखेड़े विकेट नहीं थी और बल्लेबाजी करने में धीमी सतह पर काफी संघर्ष करना पड़ रहा था | लेकिन, मुंबई के कोच ने कहा हैं कि उनके बल्लेबाज पहले गेंदबाजी के बाद मैदान की प्रकृति से अच्छे से अवगत थे और कुछ समझदार खेल के साथ उन्हें ये खेल जीतना चाहिए था |
जयवर्धने ने कहा, "ऑफ स्पिनर मोहम्मद नबी के खिलाफ, हमने वास्तव में अच्छी तरह से बल्लेबाजी की थी, लेकिन इसके बाद एक और अधिक समझदार बल्लेबाजी की जरूरत थी, जो हमने नहीं किया |"
जयवर्धने ने आगे कहा हैं कि, ‘‘हर साल आप एक ही तरह से बल्लेबाजी नहीं कर सकते हैं, अगर लोगों के खेल में निखार और सुधार नहीं होगा, तो कोई भी प्रगति नहीं कर सकता हैं | हार्दिक जैसे युवा खिलाडिय़ों को यह सीखना होगा और कड़ी मेहनत करनी होगी, सिर्फ प्रतिभा से ही सब कुछ नहीं होता हैं |"