भले ही चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को मज़बूरन अपने घरेलु मैदान में परिवर्तन करना पड़ा होना, लेकिन सीएसके के लिए उनका नया वेन्यू एक आशीर्वाद बनता जा रहा हैं |
क्योकि सीएसके को हर घरेलू खेल के लिए पुणे स्टेडियम में टिकटों की बिक्री से 1.5 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ हो रहा हैं | तमिलनाडु में कावेरी नदी के विवाद के चलते चेन्नई को अपना घरेलु मैदान छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था | सूत्रों ने बताया हैं कि सीएसके, जिसे चेपॉक में हर घरेलु खेल से 2 से 2.5 करोड़ रुपये के बीच का लाभ होता था, अब टिकट रसीदों से 4 करोड़ रुपये से भी अधिक कमाने जा रहे हैं |
नगर अधिकारियों के साथ विवाद के चलते चेपॉक के कुछ स्टैंड्स का परिचालन नहीं हो पाता था, जिसकी वजह से सीएसके अपने घरेलु मैदान में लगभग 23,000 दर्शकों की ही व्यवस्था कर सकता है | लेकिन पुणे में 36,000 से भी अधिक दर्शकों की क्षमता के साथ सीएसके वास्तव में बहुत ही फायदे में हैं |
हालांकि, शुक्रवार को खेले गए राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेल में पुणे में फुल हाउस जैसा कोई शो देखने को नहीं मिला, लेकिन महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के अनुसार अगले पांच खेलो के लिए लगभग पूरी ही टिकटे बिक चुकी हैं | टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार सीएसके ने अभी तक 20,000 दर्शकों से 2 करोड़ रुपये कमाए हैं और अगले कुछ घरेलू खेलों में, वे इससे भी ज्यादा कमाएंगे |
एमसीए के एक अन्य सूत्र ने बताया हैं कि हमे अगले कुछ मैचों में फुल-हाउस का शो देखने को मिलेगा | उन्होंने कहा हैं कि, "रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ अगले दो मैचों के लिए सारी टिकटे बिक चुकी हैं | यह तक कि मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेल की सारी टिकटे भी बिक जाएँगी |"
सूत्रों ने यह भी बताया हैं कि अनिश्चितता है कि वेन्यू अंततः उपलब्ध होगा या नहीं, ये सन्देश भी पुणे के प्रशंसकों के दिमाग में पैदा हो सकता था, लेकिन शुक्रवार के खेल ने सभी प्रशंसकों के इस सन्देश को भी दूर कर दिया होगा | यह भी जानकारी प्राप्त हुई हैं कि सीएसके प्रबंधन चेन्नई से लगभग 1,000 प्रशंसकों को यात्रा कराने के लिए, हर गेम में 50 लाख रुपये का भुगतान कर रहा है और पुणे के शेष पांच खेलों के लिए भी ऐसा ही किया जायेगा |