रविचंद्रन अश्विन का करियर पड़ सकता हैं खतरे में

रविचंद्रन अश्विन

भारत की सीमित ओवरों की टीमों में अपना स्थान गवाने के बाद ऑफ स्पिनर रवि आश्विन ने पिछले कुछ महीनों से घरेलू क्रिकेट में नियमित आधार पर गेंदबाजी में स्पिन गेंदबाजी का सहारा लिया है |
 
गुरुवार (19 अप्रैल) की रात मोहाली में अश्विन ने किंग्स इलेवन पंजाब का नेतृत्व करते हुए, सनराइज़र्स हैदराबाद के खिलाफ एक भी विकेट लिए बिना ही चार ओवरों में 53 रन लुटा दिए | भारतीय क्रिकेट में महत्वपूर्ण निर्णय निर्माताओं के एक करीबी, विश्वसनीय सूत्र ने बताया हैं कि अश्विन की कोई भी नवीनतम रणनीति उनके पक्ष में काम नहीं कर रही है।
 
टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए उस सूत्र ने बताया हैं कि, "हम इसके बारे में बहुत दुखी और चिंतित हैं | वह बहुत सी चीजों को करने की कोशिश कर रहे हैं | हम नहीं जानते हैं और यह समझना मुश्किल है कि वह इन रणनीतियों का प्रयास क्यों कर रहे हैं | T20 मैच में परिवर्तन के रूप में एक बार  लेग स्पिन की कोशिश करना ठीक है, लेकिन वह हर खेल में इसका प्रयोग कर रहे हैं, फिर चाहे वह आईपीएल हो, रणजी ट्रॉफी या ईरानी कप |"

"ईरानी कप में, वह स्टंप के ऊपर और चारो और लेग स्पिन गेंदबाजी कर रहे थे | एक T20 गेम में, भिन्नता ठीक है, लेकिन क्या आपने कभी किसी ऑफ-स्पिनर को ऐसा करते हुए देखा हैं? वह अचानक से लेग स्पिनर नहीं बन सकते हैं |" 
   
उन्होंने आगे कहा कि, "अगर वह इसे आगे भी जारी रखते हैं, तो वह जल्द ही या बाद में टीम से बाहर हो जायेंगे | यदि उनके प्रदर्शन में सुधार नहीं होता है, तो चीजें उसके लिए कठिन हो जाएगी | टेस्ट क्रिकेट में उनके भविष्य के मामले में, इंग्लैंड सीरीज उनके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है |"

अश्विन के लिए सबसे बड़ी चिंता क्या हो सकती हैं, इसका खुलासा करते हुए सूत्र ने बताया हैं कि आने वाले इंग्लैंड दौरे के दौरान कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल टेस्ट में अपना स्थान बनाने की कोशिश कर सकते हैं | 

कुलदीप यादव और यूज़वेन्द्र चहल

उन्होंने बतायाहैं कि, "हमें यह बात याद रखनी होगी, कि अश्विन ने 300 से अधिक टेस्ट विकेट लिए हैं, लेकिन टेस्ट में कुलदीप और चहल का संबंध बनाने का समय आ गया है | दोनों ही वनडे और T20आई में काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं | जिस तरह से ये युवा कलाई वाले स्पिनर गेंदबाजी कर रहे हैं, सीमित ओवरों के खेलों में नियमित रूप से विकेट ले रहे, उससे इंग्लैंड में उनके पास अपने करियर को और बेहतर बनाने का अवसर मिल सकता हैं |" 

"जब आप सीमित ओवरों के क्रिकेट की बात करते हैं, तो अश्विन एक विकल्प होने के करीब भी नहीं है |यह सिर्फ उनकी गेंदबाजी के बारे में ही नहीं है | उनकी फील्डिंग में भी गिरावट आई हैं | वह सीमित ओवरों की टीम में फिट नहीं बैठते है | हमें T20 और वनडे क्रिकेट में सुपर-फिट खिलाड़ियों की जरूरत है | बुनियादी कौशल बाद में आता हैं, लेकिन जब बात न्यूनतम स्वीकार्य फिटनेस मानकों की  आती है, तो इस मामले में तो कप्तान विराट कोहली खुद पर भी दया नहीं करते है, तो फिर वह दूसरों के लिए समझौता क्यों करेंगे?"  

 
 

By Pooja Soni - 21 Apr, 2018

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