IPL 2018 : जब गायक संघ ने आईपीएल टीमों को दिखाया था कोर्ट का रास्ता

AFP

क्रिकेट एक व्यावसायिक उत्पाद बनता जा रहा हैं, क्योकि यह खेल लगातार प्रगति की राह पर अग्रसर हो रहा हैं |

खेल को और भी मनोरंजक बनाने के लिए थीम गीतों और प्रचार संगीत का इस्तेमाल किया जा रहा है | हालांकि, कभी-कभी ये गीत पहले से रिलीज़ किए गए गीतों के समान ही होते हैं | इस बीच, भारतीय गायक के अधिकार संघ (आईएसआरए) के नाम की एक टीम इसके लिए रॉयल्टी के बारे में जागरूकता फैलाने की कोशिश कर रही हैं |

इस मामले के लिए कानून को साल 2012 में पारित कर दिया गया था, जब कॉपीराइट एक्ट के तहत गायको को गानों के विज्ञापन प्रदर्शन के लिए इस्तेमाल करने पर मुआवजे की मांग करने का अधिकार दिया गया था | द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, आईएसआरए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) संजय टंडन ने हाल ही में उल्लेख किया है कि आईपीएल टीमों को एक बार अदालत में भी ले जाया गया था, जिसके बाद उन्होंने रॉयल्टी का भुगतान किया था |

उन्होंने बताया कि, "रेडियो स्टेशनों, टीवी चैनलों और संगीत प्लेटफार्मों जिसे रागा और गाना ऐसी पहली कम्पनियाँ हैं, जिनसे हमने संपर्क किया था | और निश्चित रूप से उसके बाद आईपीएल, जो कि अन्य लोगों की ही तरह वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए स्पष्ट रूप से गाने का इस्तेमाल किया करते थे |"

उन्होंने आगे बताया कि, चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को छोड़कर, कोई भी अन्य टीम देय राशि का भुगतान नहीं करती थी | उन्होंने कहा कि, "अन्य टीमों ने ऐसा नहीं किया, लेकिन उन्हें अदालत में ले जाने के बाद से, उन सभी ने हमे अगले साल से इसके लिए भुगतान किया |"

सीईओ ने आगे कहा हैं कि, "आने वाले वर्षो से, हम रेडियो स्टेशन और टीवी चैनलों को अपना लक्ष्य बनाएंगे | हमने उन्हें नियमों को समझने के लिए पर्याप्त समय दिया है और अगर वे कानून का पालन नहीं करेंगे, तो हम उन्हें भी अदालत में ले जायेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि वे ऐसा दोबारा न करे | यह गीत संगीतकार और गीतकार से संबंधित होते है, जो कि संगीत लेबल के साथ राजस्व के आधे हिस्से को शेयर करते हैं, जिसे वे ट्रैक को दे देते हैं |"

 
 

By Pooja Soni - 18 Apr, 2018

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