इयोन मोर्गन के अनुसार युवा खिलाड़ी टेस्ट और काउंटी क्रिकेट को नहीं देते हैं महत्व

इयोन मॉर्गन | AFP

इंग्लैंड के वनडे और T20 कप्तान इयोन मॉर्गन ने कहा है कि टेस्ट क्रिकेट और काउंटी चैंपियनशिप युवा खिलाड़ियों के लिए बहुत कम महत्व रखता है, जिनका झुकाव खेल के छोटे प्रारूप ट्वेंटी 20 में तेजी से हो रहा हैं |

मॉर्गन का मानना ​​है कि वह आखिरी पीढ़ी के क्रिकेटरों में से हैं, जिनके लिए खेल का सबसे पुराना प्रारूप अभी भी प्रासंगिक है | द टाइम्स से बात करते हुए मॉर्गन ने कहा हैं कि, "मुझे यकीन नहीं है कि (काउंटी) चैम्पियनशिप हर किसी के लिए मायने रखता है | मैं इसमें दोबारा खेलने के लिए इच्छा रखने वाला एकदम अनोखा खिलाडी हूँ | मैं ये कहना चाहता हूँ, कि मैं उन लोगों की आखिरी पीढ़ी में से एक हूँ, जो इस पर ध्यान देते हैं |"

इससे पहले इस साल कि शुरुआत में, इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज एलेक्स हेल्स और ऑलराउंडर आदिल रशीद ने क्रमशः नॉटिंघमशायर और यॉर्कशायर के लिए केवल सीमित ओवरों के क्रिकेट में खेलने का फैसला लिया था |

इंग्लैंड के कोच ट्रेवर बेलिस ने कहा हैं कि अगर मौजूदा संकुल का कार्यक्रम कम नहीं होता है तो अधिक खिलाड़ी इसका अनुसरण करेंगे | मॉर्गन ने कहा हैं कि, "कुछ खिलाडी हर समय इसे खेल सकते हैं, लेकिन मुझे इस बात पर यकीन नहीं है कि यह उन खिलाड़ियों के लिए यह एक समान महत्व रखता है, जो कि अब दुनिया भर में बहुत से विभिन्न प्रकार के क्रिकेट में खुद को प्रकट करते हैं | अब उनकी उत्कृष्टता की सिमा में गिरावट आ रही हैं |"
 
हाल के वर्षों में टेस्ट क्रिकेट में उपस्थिति में गिरावट को देखा गया हैं | हालांकि, मॉर्गन ने लाल गेंद के क्रिकेट के भविष्य का निराशाजनक मूल्यांकन पेश किया हैं | उन्होंने कहा हैं कि, "प्राथमिकताएं बदल रही हैं | लाल-गेंद का क्रिकेट पिछड़ गया है | ऐसा नहीं है कि लोग क्या देखना चाहते हैं, बल्कि वास्तविकता ये हैं, कि वे T20 देखना चाहते हैं |"

"मेरे पास बहुत से लोग नहीं हैं, यदि कोई है, तो वे हैं, बच्चे जो मेरे पास आकर ये कहते हैं कि वे टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं | वे वनडे शॉट खेलना चाहते हैं |"

 
 

By Pooja Soni - 13 Apr, 2018

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